अजमेर. सूफी संत हजरत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह
में गुरुवार को प्रसाद की खौलती देग में कूदने से जायरीन मां-बेटी बुरी तरह
झुलस गईं।
घटना के वक्त प्रसाद बना रहे कारिंदे मौजूद थे, उन्होंने ही दोनों को
बाहर निकाला। उपचार के लिए जवाहर लाल नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया गया।
जहां दोनों की हालत नाजुक बताई जा रही है। मां-बेटी केरल की रहने वाली हैं।
इस हादसे के बाद देग में प्रसाद बनाना स्थगित कर दिया गया। देग की सफाई के
बाद रात में प्रसाद की दूसरी देग पकाई गई।
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