आपका-अख्तर खान

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24 जनवरी 2013

दोस्तों आज ईदमिलादुन्नबी बाराह रबिउल अव्वल के पाक मोके पर में उन लोगों का शुक्रीया केसे अदा करूँ जिन्होंने बिना किसी लोभ लालच के कोटा के गुर्दा पीड़ित साकिब की मदद कर उसे नई जिंदगी दी है

दोस्तों आज ईदमिलादुन्नबी बाराह रबिउल अव्वल के पाक मोके पर में उन लोगों का शुक्रीया केसे अदा करूँ जिन्होंने बिना किसी लोभ लालच के कोटा के गुर्दा पीड़ित साकिब की मदद कर उसे नई जिंदगी दी है ..........दोस्तों बात छोटी सी है लेकिन जिन हालातों में साकिब की मदद हुई उसके लियें मदद के हाथ आगे आये और जिन भामाशाहों ने इस तकलीफ को देखकर भी अपना मुंह मोड़ लिया उसने इस कोम और इस शहर के लोगों के लियें एक नया फलसफा तय्यार किया है जिसपर चिंतन और मंथन के बाद कोई निर्णय लेने की जरूरत आ पढ़ी है ..दोस्तों स्टेशन इलाके के साकिब को गुर्दे की तकलीफ थी उसकी कमाई जो भी थी उसके परिवार की कमाई जो भी थी वोह सब इलाज में खत्म हो गयी थी ..साकिब के गुर्दे के इन्फेक्शन की वजह से उसकी जान पर बन आई थी उसका गुर्दा ट्रांसप्लांट करना ही एक इलाज डॉक्टरों ने बताया था .....इस काम के लियें अहमदाबाद के डॉक्टरों ने करीब छ लाख रूपये का खर्च बताया था खेर कोटा शहर काजी अनवार अहमद की अध्यक्षता में एक समिति साकिब पुनर्जन्म समिति बनाई गयी जिसमे समाज सेवक डोक्टर आर सी साहनी और मुझे अख्तर खान अकेला को भी शामिल क्या गया देनिक भास्कर ने इस मामले में लोगों से मदद की मुफ्त अपील करने का भरोसा दिलाया .....मदद के लियें रूपये एकत्रित करने और बेंक का हिसाब रखने चेक बनाने की ज़िम्मेदारी मेरी थी ..खेर साकिब की हालत देख कर उसकी पत्नी ने उसे गुर्दा देने के लियें रजामंदी दी ..अख़बार में अपील जारी हुई हमने अपने दोस्तों मित्रों से कहा इंटरनेट पर फेसबुक पर ब्लॉग पर मेने भी अपील जारी की ..नतीजे सकारात्मक आये बेंक खाते में रूपये जमा होने लगे लोग रसीदें कटवाने आने लगे .....सऊदी अरब ...और दुसरे शहरों से भी बेंक खाते में रूपये जमा हुए ...एक कोचिंग की छात्रा ने झोली फेलाकर अपने आर के पुरम मकान के आसपास से पन्द्राह हजार रूपये एकत्रित कर जब मुझे यह राशि ले जाने के लियें फोन किया तो उसका जज्बा देख कर मेरी आँखें छल छला आयीं ...भोपाल से एक भाजपा नेता जो खुद आर एस एस के कथित कट्टरपंथी विकार्धरा के थे फेसबुक पर पढ़ कर उन्होंने मुझे फोन किया और कहा के वेसे तो हम आर एस एस के है लेकिन इस काम के लियें हम ज़ात धर्म नहीं देखते है बेंक में दस हजार रूपये जमा करवा दिए है और अगर जरूरत हो तो बताना हम मदद में पीछे नहीं हटेंगे यकीन मानिए उस वक्त मुझे अहसास हुआ के सभी दुःख दर्द में एक दुसरे के कम आने वाले इन भारत वासियों ने ही मेरे इस देश को महान कर दिया है ....एक तरफ यह खुश मिजाजी के अनुभव मिल रहे थे तो दूसरी तरफ तकलीफ देह और शर्मनाक हालात भी देखने को मिले हैं ...साकिब की पत्नी की किडनी लेने के लियें अहमदाबाद के चिकित्सकों ने इंकार कर दिया उसका भाई किडनी देने को तय्यार था लेकिन क्रोस मेच नहीं होने के कारण वक्त खराब हो रहा था डायलिसिस के नाम पर लाखों रूपये ब्र्ब्द हो रहा था ...कोटा शहर काजी ..डोक्टर आर सी साहनी और मेने मिलकर तय किया के साकिब की तबियत दिन बा दिन खराब है भास्कर के शेलेन्द्र माथुर और सम्पादक जी से मशवरा किया और जयपुर के मोनिलेक हॉस्पिटल में बात की ..जाँच हुई पत्नी की किडनी मेच हो गयी और पत्नी की किडनी सकीब के ट्रांसफर की तय्यारी थी तात्कालिक काफी बढ़ी रकम की जरूरत थी जो जमा रकम थी वोह बहुत कम थी फिर लोगों से रूपये एकत्रित करने की योजना बनाई कोटा के भामा शाहों को टटोला कई मुस्लिम भामा शाहों ने हाथ खड़े कर दिए खुद को गरीब हो जाना कहा लेकिन दुसरे दिन ही लाखों रूपये के विज्ञापन अख़बारों और बेनरों पर उन्होंने उनके नेताओं के लियें लगा दिए ....जुलुस ..धरने ..प्रदर्शन और फ़िज़ूल खर्चियों पर यह कथित भामाशाह बेहिसाब खर्च कर रहे थे कोटा से मुम्बई स्थापित हुए एक कथित करोड़ पति जी का ख्याल आया उन्हें साकिब की तकलीफ बताई लेकिन अफ़सोस के लोगों को लाखों रूपये की मदद की फेक्म फांक करने वाले इन सज्जन ने भी हाथ खड़े कर दिए ..खेर काजी साहब के फंड और दोस्तों की मदद से बेड़ा पार हुआ ..और अब साकिब उसकी बीवी किडनी ट्रांसप्लांट के बाद अल्लाह के फ्ज्लो करम और आपकी दुआओं से ठीक है आज साकिब की अस्पताल से छुट्टी होने का दिन है उसकी बीवी जिसने अपने शोहर को गुर्दा देकर उसकी जान बचाई है वोह भी तंदरुस्त है .......आज हुजुर स अ व् ईद मिलादुन्नबी बारह रबीउल अवल का मुबारक दिन है और आज के दिन ही उसकी अस्पताल से तंदरुस्ती के साथ छुट्टी हो रही है ..दोस्तों यह मदद गारों के लियें शुक्रिया का वक्त है लेकिन इन हालातों में एक सवाल पैदा हुआ है क्या पुरे कोटा शहर में कोई एक ऐसा भाह्मा शाह नहीं था जो इस काम को करवा सकता ...क्या मुस्लिम समाज जिसके कथित भामा शाह लाखों रूपये की गाड़ियों में घूमते है .....कई तोला सोने की चेन लपेटे रहते है ..अपने नेता अपने आकाओं के फोटू अख़बारों में छपवाने के लियें लाखों रूपये के अख़बारों में विज्ञापन दे देते है और झंडे बेनर फ्लेक्स पर लाखों रूपये खर्च कर देते है ..एक छोटे से नाकुछ पद को लेने के लियें सरकार में बेठे नुमाइंदों को लाखों रूपये की रिश्वत देते है और फिर लाखों रूपये मिठाई और दावतों में उड़ा देते है ...दिखावे ..जुलुस ..खुद के फोटू लगाकर स्वम्भू प्रचार और कथित फातिहा के नाम पर लोगों को बुलाकर खाना खिलाने के नाम पर लाखों रूपये खर्च कर देते है वोह लोग जो करोड़ों की इमारतों में स्कुल चला रहे है व्यापार कर रहे है एक छोटा सा काम नहीं करवा सकते थे ...अभी भी कुछ नहीं बिगड़ा है राजस्थान का वक्फ निजाम तो सरकार के जोकर और एजेंटों के पेट पालने का जरिया बन गया है लेकिन इस ईद मिलादुन्नबी के मुबारक मोके पर हम सभी मुसलमानों को जो हुजुर स अ व् की पैदाइश पर केवल जुलुस और जलसों में जाने का ढोंग कर रहे है और उनकी नेतिक शिक्षा जिसमे गरीब दीन हीन बीमारों की मदद पढाई के लियें खर्च की प्रमुखता है उसे निभा नहीं रहे है ...आज भी हम सोचें चिन्तन करे मंथन करे के हम बेवजह खानों दावतों ..विज्ञापनों ..नेताओं से दो कोडी के पद लेने के लियें उन्हें रिश्वत देने ..दिखावा करने से अलग हठ कर एक स्थाई ट्रस्ट बनाये जिसमे कोटा के बीमारों ..गरीब ..परेशान लोगों की मदद हो सके तो तो आज ईद मिलादुन्नबी के दिन उनकी शिक्षाओं की प्राथमिकता होगी और हुजुर स अ व् की शिक्षा किसर्थाकता होगी ...........अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

शुक्रिया देनिक भास्कर शुक्रिया ......लोगों की बेहिसाब दरियादिली के जज्बे को सलाम
दोस्तों कोन कहता है मेरा भारत महान नहीं है ..कोन कहता है मेरे भारत में इंसानियत नहीं है ...जी हाँ दोस्तों किसी ने कश्मीर जो भारत का अभिन्न अंग है उसके लियें कहा था के अगर जन्नत है तो बस यहीं है ठीक इसी तरह से में कहता हूँ के अगर मानवता , भाईचारा, सद्भावना एक दुसरे के लियें दिल दुखाना अगर कहीं है तो वोह भारत वासियों में है ...एक अकेला भारत देश ही ऐसा है जहाँ मानवीयता निवास करती है ...दोस्तों कोटा में स्टेशन इलाके में रहने वाले साकिब जिसके माता पिता का स्वर्गवास हो चूका है घर में एक भाई है यकीन कोई मदद नहीं है ..साकिब की अभी शादी हुई है लेकिन सकीब की जिंदगी में खुशिया कहां थीं उसके गुर्दे में दर्द हुआ जाँच करवाई तो पता चला के उसके दोनों गुर्दे खराब हो चुके है और जल्दी ही उसके गुर्दे का प्रत्यर्पण नहीं किया गया तो उसकी जिंदगी को खतरा हो सकता है ..........कोटा के सुधा अस्पताल के नेफ्रोलोजिस्ट पंकज कास्ट ने सभी प्रारम्भिक जाँच के बाद उसकी जिंदगी के लियें गुर्दे का प्रत्यर्पण शीघ्र किये जाने की जरूरत बताई ..साकिब का नसीब बुलंद था की उसकी शरीके हयात ने उसे एक गुर्दा देना मंजूर किया और कुदरत ने भी उसका साथ दिया मेडिकल जान्च में सकीब और सुकी पत्नी का ब्लड ग्रुप मेच कहा गया और डॉक्टरों ने साकिब को पत्नी का गुर्दा दिया जाना मंजूर कर लिया ..लेकिन अब दुरी बढ़ी प्रीशानी यह थी के सकीब गरीब परिवार का बेसहारा था ..उसके चाचा .पत्नी और बहनों ने कोशिश की लेकिन गुर्दे प्त्यार्पण का लाखों का क्ख्र्च उसके लियें जुटा पाना मुश्किल था .....इसकी जानकारी जब कोटा देनिक भास्कर के सम्पादक और प्रबंधकों को मिली तो भास्कर ने उपरी स्तर पर इसकी स्वीकारती प्राप्त की ........कोटा में साकिब की आर्थिक मदद के लियें कोटा शहर काजी अलहाज काजी अनवर अहमद की अध्यक्षता में साकिब पुनर्जन्म समिति के गठन का निर्णय लिया गया और सचिव समाजसेवक डोक्टर आर सी साहनी को बनाया गया .....एडवोकेट अख्तर खान अकेला यानि मुझे ट्रेज़रार बनाया गया ...जी दी पटेल और कोमरेड गफ्फार को सदस्य बनाया गया ......कोटा के देनिक भास्कर का दिल पसीजा और देनिक भास्कर के सम्पादक जी ने साकिब की मार्मिक दास्ताँ अख़बार में बयान कर डाली बस फिर क्या था दानदाताओं और साकिब की मदद करने वालों का तांता लग गया ........एरोड्रम घोड़ेवाले बाबा शोपिंग सेंटर स्थित कोर्पोरेशन बेंक में शहर काजी बेतुल्माल से दो हजार रूपये लेकर खता खुलवाया गया कोर्पोरेशन बेंक में सेविंग बेंक खाता संख्या ०५६६००१०१००८०८४ जिसका आई एफ आई सी कोड कोर्प ०००० ५६६ रखा गया ..भास्कर अख़बार ने खाता तो प्रकाशित नहीं किया लेकिन मेरे मोबाइल नम्बर ९८२९०८६३३९ खबर के साथ प्रकाशित पर सुबह से लोगों के फोन शुरू थे .....छावनी के अब्दुल सत्तार कबाड़ी ने अपने पुत्र आशिक अली के साथ इक्कीस हजार रूपये भिजवाये .पुलिस में तेनात हेड कोंसिटेबल हमीद भाई ने एक हजार उर्प्ये दिए ..केशवपुरा के अमीनुद्दीन जी ने एक हजार रूपये दिए जबकि रेलवे कोलोनी के आबिद नूर पठान ने ग्यारह हजार रूपये जमा कराए ..इसके अलावा सीसवाली कोटा से अब्दुल हमीद ...जरीना खान ..कोटा के हयात भाई ...रेलावन बारां के शराफत अली ..धबादेह के फारुक भाई ....घंसी भिया ....सत्तार भाई विज्ञाननगर वालों ने दस हजार रूपये भिजवाने का वायदा किया .....जेफ़ खान मंसूरी ने तो कमाल ही कर दिया उन्होंने यह मामला फेसबुक पर डाला और सउदी से कुछ लोगों के फोन आने लगे...जेफ़ खाँ मंसूरी इस मामले में काफी चिंतित नज़र आये ....मास्टर अनवर हुसेन ....अब्दुल कय्यूम ढ्हाबी वाले ..मजहर भाई ...डोक्टर परवेज़ ..कुमार कोटरी ..हनुमान जी शर्मा ..अजीमुद्दीन भिया ....आशिक भिया ..अंत के गुड्डू भाई ...सुकेत के अली भाई ....निसार भाई कोटडी ..अहमद हुसेन ..खालिद मंसूरी इकलेरा ..मकबरा के राजा भाई ...चोमेहला के सुरेन्द्र जी ...शराफत भाई ओमेन्द्र चक्रवर्ती ..खानपुर के नईम भाई ....जाहिद हुसेन ..मुकेश भाटिया ..संजय सिंह ..खुर्शीद अली ..संजय श्रीवास्तव ..वसीम पठान ने मदद का भरोसा दिलवाया कुछ लोगों ने ख़त संख्या बताने पर सीधे खाते में रूपये जमा करा दिए कुछ ने कोटा के शहर काजी के पास रकम जमा कराई ..एक बच्ची सुश्री मनीषा ने तो कमाल ही कर दिया उसने खुद के स्कूल और आस पास के लोगों से कुछ रूपये इकट्ठे किये और मुझे फोन किया मेने उसके जज्बे को सलाम कर यह रक़म जमा करने वालों की लिस्ट के साथ मंगवाने का वायदा किया ..तो दोस्तों यह मेरा भारत महान ही हो सकता है जब किसी के काँटा चुभे कोई तकलीफ हो तो बिना किसी ज़ात पात धर्म के भेदभाव के सेकड़ों हाथ उसकी मदद के लियें आगे आ जाते है ..इसलियें कहते है ऐ भारत ऐ भारत के लोगों तुम्हे और तुम्हारे जज्बे को सलाम ..प्लीज़ इसे शेयर करे और साकिब की मदद के लियें corporation bank ...aerodrm ghodevaale baba shoping center ब्रांच कोटा राजस्थान इण्डिया ke seving bank account 056600101008084 ific code corp.0000566 साकिब पुनर्जन्म समिति के खाते में जो भी मदद हो जमा कराए और इसके लियें लोगों को प्रेरित करें .................मेरे फेसबुक मित्रों से गुजारिश है के वोह इसे शेयर करें या खुद के हिसाब से इसकी खबर या सुचना बनाकर प्रकाशित करें ........एक बार फिर कोटा देनिक भास्कर और कोटा सहित आसपास के लोगों के जज्बे को सलाम शुक्रिया ...अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
गुर्दे की बीमारी से पीड़ित साकिब की मदद के लिए देनिक भास्कर की पहल के बाद कई हाथ आगे आये लेकिन अभी दिल्ली दूर है
कोटा में गुर्दे की बीमारी से पीड़ित साकिब के लियें देनिक भास्कर के सहयोग से साकिब पुनर्जन्म समिति के मदद कार्यक्रम के सकारात्मक परिणाम सामने आने लागे है ..साकिब को आज अहमदाबाद गुजरात में डॉक्टरों ने चेक आप किया उसका इलाज और गुर्दे प्रत्यर्पण का काम अस्पताल की फ़ीस लगभग पांच छ लाख रूपये एकत्रित होते ही शरू कर दिया जाएगा अभी प्रार्म्हिक इलाज शुरू हो गया है साकिब की पत्नी सबा उर्फ़ रजिया सुलतान और उसके चाचा जाहिद ने देनिक भास्कर की इस मुहीम के लियें भास्कर टीम को अहमदाबाद से धन्यवाद ज्ञापित किया है ...........साकिब की बीमारी के इलाज के लियें कोटा की एक बेटी मनीषा सेन ने तो कमाल ही कर दिया उसने दो दिनों में अपनी सहेलियों के साथ मिलकर लोगों से आठ हजार रूपये इकट्ठे कर डाले है और वोह उसके इस कार्य से अपनी सहेलियों के साथ गदगद है उसका उत्साह है के खुदा सकीब पुनर्जन्म समिति के नाम पर शीघ्र ही इलाज के लायक रक़म जमा करा दे और उसे सह्त्याब कर वापस भेज दे ..............साकिब की मदद के लियें अब तक दो हजार रूपये बेतुल्माल से ..पांच हजार रूपये रावतभाटा की तरफ से गुमनाम व्यक्ति द्वारा दिए गए है ....हामिद भाई पुलिस हेड ने एक हजार रूपये .....आबिद नूर पठान रंगपुर रोड ने ग्यारह हजार रूपये ......अजीमुद्दीन भाई केशव पूरा ने एक हजार रूपये .......सत्तर भाई कबाड़ी छावनी वालों ने इक्कीस हजार रूपये .....हाजी अमीनुद्दीन ने पांच सो रूपये ....मोहम्मद रफ़ीक बेलियम ने एक हजार रूपये हाजी अहमद हुसेन ने एक हजार रूपये महमूद हुसेन ने एक हजार रूपये ....मोहम्मद उस्मान ने पांच हजार रूपये ...निसार अहमद ने तीन हजार रूपये ..गुम्नव व्यक्ति ने दो हज़ार रूपये ...अब्दुल गाणी ने एक हजार रूपये राशेश हथिया ने पच्चीस सो रूपये ....मुश्ताक भाई मिर्चिवालों ने चार हजार रूपये ...मोहम्मद मुश्ताक आर्ट टी ओ वालों ने पांच हजार रूपये प्रोफ़ेसर श्रीमती कमर जहाँ ने दो हजार रूपये जमा करा दिए है ..अभी साकिब को और मदद की जरूरत है इसके लियें देनिक भास्कर फिर से प्रयासरत है ताके लोग अधिक से अधिक मदद के लियें आगे आयें ..साकिब पुनर्जन्म समिति का खाता एरोड्रम घोड़ेवाले बाबा शोपिंग सेंटर स्थित कोर्पोरेशन बेंक में है जिसका सेविंग बेंक अकाउंट नम्बर ०५६६००१०१००८०८४ है और आई एफ आई सी नम्बर कोर्प ००००५६६ हे .................अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

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