आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

01 नवंबर 2012

इस साल करवाचौथ पर करो पूजा, शुक्र देव मिलाएंगे सजनी को साजन से


अमृतसर। करवाचौथ की तैयारियां मुकम्मल और व्रत शुरू। पति की लंबी उम्र के लिए महिलाएं तैयार हो चुकी हैं, लेकिन इस बार शुक्र ग्रह तकरीबन 20 साल बाद कन्या राशि में है। इससे पहले इस दौरान तुला राशि में रहता था। 
 
यद्यपि इसे शुभ नहीं माना जाता, फिर भी यह कई पहलुओं से फायदेमंद है। बस, जरूरत है शुक्र देव को खुश करने की। इसका सबसे ज्यादा लाभ उन लड़कियों को मिलेगा जो शादी के लिए अर्से से इंतजार कर रही हैं या फिर जिन महिलाओं के पति भटक गए हैं।
 
पति मान पूजें चंद्रमा को
 
ज्योतिषविद महंत अविनाश के मुताबिक कन्या राशि में स्थिर होने पर शुक्र को नीच राशि का माना जाता है और यह शुभ नहीं है।
 
हालांकि इससे उन कुंवारी लड़कियों को लाभ भी मिलेगा, जो शादी का इंतजार कर रही हैं और जिनकी किन्हीं कारणों से शादी में रुकावट आ जाती है। इससे बचने के लिए वे व्रत रखें और  चंद्र देव को पति मान उनकी उपासना करें। वे सफेद वस्तुओं का दान करें तो लाभ मिलेगा। दही में चीनी मिला कर खिलाने से भी लाभ होगा।
 
दूर होगी कलह
 
महंत के मुताबिक जिन घरों में कलह रहती है खास करके पति पत्नी से दूर रह किसी और के चक्कर में रहते हैं, वे महिलाएं भी इस मौके पर लाभ ले सकती हैं। इस दौरान उनको परंपरागत तरीके से पूजा करने के दौरान मूंगे  और चमेली का इत्र पति को लगाएं और खुद भी इस्तेमाल करें, रातोरात चमत्कार होगा।
 
पंडित विवेक कुमार शर्मा का कहना है कि इस दौरान जिनके घर लक्ष्मी नहीं आती उनके लिए भी उपाय है। महालक्ष्मी की पूजा करें और सफेद वस्तु खासकर रसगुल्ला आदि का दान करें, लाभ मिलेगा। बाकी अन्य के लिए परंपरागत तरीके से पूजा का विधान है।
 

नॉनवेज खाने के कारण किसी को भी हो सकते हैं ये भयानक रोग




 

मांसाहार के बारे में आस्ट्रेलिया के सिडनी स्थित रिचर्ड रोसेंकान्र्जं विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों का एक शोध मांस खाने और दमा और हे-फीवर के बीच के सम्बन्ध को जोड़ रहा है। पश्चिमी देशों के खान-पान में मांसाहार अधिक देखा जाता है। वैज्ञानिकों ने 1,56,035  पुरुषों और महिलाओं को इस अध्ययन में शामिल किया ,शोध के परिणाम पुन: पूर्व के शोधों की तरह ही मांसाहारियों में 10 से अधिक दमा और 25 से अधिक हे-फीवर होने की पुष्टि कर रहे हैं।

वैज्ञानिकों ने इन लोगों में पुरुषों को  निम्न अनुपात में   मांस/चीज, फल/सब्जियां ,चिकन /सी-फ़ूड ,चावल,रोटी/एल्कोहल,ब्राउन ब्रेड/चीज  खिलाया,जबकि महिलाओं को मांसाहार,फल/सब्जियां,चिकन /सी-फ़ूड ,चावल,रोटी/एल्कोहल,ब्राउन ब्रेड/चीज  का सेवन कराया। शोधकर्ताओं ने निष्कर्ष निकाला कि मांसाहार का सीधा सम्बन्ध दमे (अस्थमा ) से है, चाहे वो पौल्ट्री या सी-फ़ूड ही क्यों  न हो ..! हाँ ब्राउन ब्रेड और चीज को एस्थमा और हे-फीवर से बचाने वाला पाया गया।


वैज्ञानिकों ने पुरुषों और महिलाओं में कराए गए इस अध्ययन से अंतिम  निष्कर्ष यह दिया कि मांसाहारी भोजन चाहे पौल्ट्री,सी-फ़ूड,रेड या प्रोसेस्सेड मीट के रूप में लिया गया हो दोनों ही लिंगों में एस्थमा और हे-फीवर की संभावना को बढ़ा देता है। वैज्ञानिकों ने इन बीमारियों के कारणों में अधिक मांसाहारी कम एंटी-आक्सीडेंट और उच्च मात्रा में सेचुरेटेड फेट युक्त भोजन लेने को बड़ा कारण माना है।

कुरान का संदेश

करवा चौथ कल: इस आसान विधि से करें व्रत, बढ़ेगी पति की उम्र



 

करवा चौथ विवाहित महिलाओं का सबसे प्रिय व्रत माना जाता है क्योंकि यह व्रत उनके पति को लंबी उम्र प्रदान करता है। इस बार यह व्रत 2 नवंबर, शुक्रवार को है। इस व्रत का पालन पूरे विधि-विधान से किया जाए पति की लंबी उम्र के साथ अन्य मनाकोमनाएं भी पूरी होती हैं। करवा चौथ पर इस तरह करें व्रत-

पूजन विधि

व्रत रखने वाली स्त्री सुबह नित्यकर्मों से निवृत्त होकर, स्नान एवं संध्या आदि करके, आचमन के बाद संकल्प लेकर यह कहे कि मैं अपने सौभाग्य एवं पुत्र-पौत्रादि तथा निश्चल संपत्ति की प्राप्ति के लिए करवा चौथ का व्रत करूंगी। यह व्रत निराहार ही नहीं, अपितु निर्जला के रूप में करना अधिक फलप्रद माना जाता है। इस व्रत में शिव-पार्वती, कार्तिकेय और गौरा का पूजन करने का विधान है।

चंद्रमा, शिव, पार्वती, स्वामी कार्तिकेय और गौरा की मूर्तियों की पूजा षोडशोपचार विधि से विधिवत करके एक तांबे या मिट्टïी के पात्र में चावल, उड़द की दाल, सुहाग की सामग्री, जैसे- सिंदूर, चूडिय़ां, शीशा, कंघी, रिबन और रुपया रखकर किसी श्रेष्ठï सुहागिन स्त्री या अपनी सास के पांव छूकर उन्हें भेंट करनी चाहिए।

सायं बेला पर पुरोहित से कथा सुनें, दान-दक्षिणा दें। तत्पश्चात रात्रि में जब पूर्ण चंद्रोदय हो जाए तब चंद्रमा को छलनी से देखकर अध्र्य दें, आरती उतारें और अपने पति का दर्शन करते हुए पूजा करें। इससे पति की उम्र लंबी होती है। तत्पश्चात पति के हाथ से पानी पीकर व्रत तोड़ें।

नरेंद्र मोदी अपनी पत्‍नी को लेकर चुप क्‍यों हैं: दिग्विजय



शिमला. चुनावी सभाओं में पत्‍नी को लेकर टिप्‍पणी करने का सिलसिला गुरुवार को भी जारी रहा। अब कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने नरेंद्र मोदी की कथित पत्‍नी)  को लेकर टिप्‍पणी की है। सिंह यहां आए तो थे हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को वोट देने के लिए मतदाताओं को लुभाने के मकसद से, लेकिन उन्‍होंने कहा कि दूसरे की पत्नियों पर अपमानजनक टिप्पणियां करने वाले नरेंद्र मोदी अपनी पत्नी के बारे में क्यों चुप हैं? उन्होंने दावा किया कि मोदी शादीशुदा हैं। दिग्विजय सिंह ने कहा, 'नरेंद्र मोदी की शादी जशोदा बेन से 1968 में हुई थी। यू-ट्यूब पर नरेंद्र मोदी की पत्नी का नाम और शादी के साक्ष्य मौजूद हैं।'
 
दिग्विजय सिंह ने नरेंद्र मोदी को सुनंदा पुष्कर पर दिए उनके बयान को लेकर आड़े हाथों लिया। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्‍होंने कहा कि मोदी ने बयान देकर महिलाओं का अपमान किया है। नरेंद्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री शशि थरूर की पत्नी सुनंदा को 50 करोड़ की गर्लफ्रेंड बताया था।
 
गौरतलब है कि नरेंद्र मोदी की पत्नी को लेकर लंबे समय से विवाद है। यह आरोप लगाया जाता है कि मोदी शादीशुदा हैं, मगर पत्नी के साथ नहीं रहते। कहा जाता है कि उनकी पत्नी एक टीचर हैं और गुजरात के एक गांव में अकेली रहती हैं। मोदी ने आधिकारिक तौर पर इस बारे में कभी कुछ नहीं कहा है। गुजरात विधानसभा चुनावों के दौरान विरोधियों की तरफ से यह बात बार-बार उठाई जाती है, लेकिन मोदी इसका न तो खंडन करते हैं और न पुष्टि। मीडिया में इस बारे में छपी रिपोर्ट पर भी मोदी ने कभी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
 
लेकिन दिग्विजय ने मोदी से सवाल किया कि सभी सांसदों और विधायकों को चुने जाने के बाद अपनी शादीशुदा होने या कुंवारे होने के बारे में बताना होता है, लेकिन मोदी के मामले में मेरिटल स्टेटस का कॉलम आज तक ब्लैंक है। आखिर क्यों?
 
मोदी के बयान पर शशि थरूर का भी खुलकर समर्थन किया। उन्होंने कहा कि पत्नी हमेशा से अनमोल होती है और उसका प्यार भी। लेकिन यह वही जान सकता है जिसने कभी किसी से प्यार किया हो। दिग्विजय सिंह ने कहा कि मोदी अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हैं और उनके बयान से महिलाओं का अपमान हुआ है।

धमकी के बावजूद सलमान के गढ़ में दहाड़कर लौटे केजरीवाल


नई दिल्‍ली/फर्रुखाबाद. विदेश मंत्री केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद की धमकी के बावजूद अरविंद केजरीवाल उनके गढ़ फर्रुखाबाद में जमकर दहाड़े। केजरीवाल ने कहा कि 2014 के चुनावों तक कांग्रेस और सरकार के खिलाफ उनके हमले जारी रहेंगे। जनसभा के बाद केजरीवाल अपने समर्थकों के साथ फर्रुखाबाद से लौट गए। सलमान खुर्शीद ने कुछ दिनों पहले चुनौती दी थी कि वे (अरविंद केजरीवाल) फर्रुखाबाद आएं और वापस जाकर दिखाएं। इस बयान के लिए उनकी बहुत आलोचना हुई थी। 
 
 
लेकिन सलमान खुर्शीद के ट्रस्ट के खिलाफ गड़बड़ी का आरोप लगाने वाले अरविंद केजरीवाल को गुरुवार को फर्रुखाबाद में कांग्रेसियों का कड़ा विरोध झेलना पड़ा। केजरीवाल और उनके समर्थकों ने पहले से तय कार्यक्रम के मुताबिक यहां रैली कर सलमान को अगले चुनाव में वोट नहीं देने की अपील की )। केजरीवाल ने कहा कि हम गिने चुने विकलांग लोगों के साथ प्रधानमंत्री जी से मिलने गए। लेकिन वहां पर पुलिस ने हमें गिरफतार कर लिया। जब हमने कारण पूछा तो कहा गया कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा को खतरा है। केजरीवाल ने मांग की कि ऐसे प्रधानमंत्री को तुरंत इस्‍तीफा दे देना चाहिए, जिसे अपने ही देश के चंद गिने चुने विकलांगों से डर लगता है। 
 
 
 
लौटने से पहले केजरीवाल ने सलमान खुर्शीद से सीधे पूछा कि वह किसे डराना चाहते हैं। यहां कोई डरने वाला नहीं है। सलमान खुर्शीद के समर्थकों ने कुछ जगहों पर काले झंडे दिखाए। कुल 25-30 आदमी थे। मेरा कहना है कि सलमान खुर्शीद 25-30 आदमियों के बल पर चुनाव कैसे जीतेंगे। उन्‍होंने कहा कि अभी भी हम लोगों को वापस जाने में कुछ घंटे का वक्‍त है। कुछ कर सकते हैं सलमान खुर्शीद तो कर लें। 
 
मंच से इतर भी माहौल गरम रहा। दोनों के समर्थकों में झड़प हुई। रैली स्‍थल के आसपास स्‍थानीय कांग्रेस नेताओं ने 'मैं सलमान हूं' लिखी टोपी पहन रखी थी। केजरीवाल की रैली मे शामिल होने जा रहे भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं पर भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हमला किया। उन्‍हें दौड़ा-दौड़ा कर पीटा गया। यह घटना कायमगंज इलाके की है। 
 
इंडिया अगेंस्ट करप्शन (आईएसी) ने गत दिनों फर्रुखाबाद में प्रदर्शन करने की घोषणा की थी। इस पर खुर्शीद ने अपने समर्थकों के बीच केजरीवाल को फर्रुखाबाद जाकर लौटने की चुनौती दी थी। इसी कारण केजरीवाल की सभा से पहले सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे। केजरीवाल ने खुद हमले की आशंका भी जताई थी। इन सबके मद्देनजर पुलिस ने दोनों पक्षों के 102 समर्थकों को एहतियातन हिरासत में भी लिया था। स्‍थानीय प्रशासन ने फर्रुखाबाद में बड़ी संख्या में पुलिसबल तैनात किए थे। लेकिन इन सबके बावजूद आईएसी और कांग्रेसियों के बीच झड़पें हुईं।
Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...