पठानकोट. अपनी शादी की तैयारियों में जुटे गांव छोटेपुर निवासी
25 वर्षीय बबलू सीढिय़ों से गिरकर जख्मी हो गए। हालत गंभीर होने पर मजबूरन
उन्हें शादी की रस्में मामून स्थित रावी अस्पताल के वार्ड में लेटे-लेटे ही
निभानी पड़ीं। हाथ में कांच लगने के कारण डॉक्टरों को दूल्हे राजा के हाथ
का मेजर ऑपरेशन करना पड़ा।
बता दें कि बबलू की शादी नरोट जैमल सिंह के नजदीकी गांव फतेहपुर की निमृला देवी से 6 नवंबर को तय हुई थी और शादी से चार दिन पहले बबलू सीढिय़ों से गिर गया। इस दौरान नीचे पड़े शीशे से उसका दाहिना हाथ कट गया।
डॉ. चमन गुप्ता बताते हैं कि मेजर ऑपरेशन करके ही हाथ को कटने से बचाया जा सका है। हाथ तो बच गया, लेकिन शादी के लिए बबलू को अस्पताल से डिस्चार्ज नहीं किया जा सकता था और न ही दोनों पक्ष शादी की तिथि बढ़ाने पर राजी थे, लिहाजा दूसरी मंजिल पर स्थित वार्ड में ही शादी की गई।
बताते हैं कि दो दिन पूर्व ही 4 नवंबर को बबलू की बहन की शादी उनकी मौजूदा पत्नी निमृला के भाई से की गई थी। बबलू उसमें भी शामिल नहीं हो सका था।
बता दें कि बबलू की शादी नरोट जैमल सिंह के नजदीकी गांव फतेहपुर की निमृला देवी से 6 नवंबर को तय हुई थी और शादी से चार दिन पहले बबलू सीढिय़ों से गिर गया। इस दौरान नीचे पड़े शीशे से उसका दाहिना हाथ कट गया।
डॉ. चमन गुप्ता बताते हैं कि मेजर ऑपरेशन करके ही हाथ को कटने से बचाया जा सका है। हाथ तो बच गया, लेकिन शादी के लिए बबलू को अस्पताल से डिस्चार्ज नहीं किया जा सकता था और न ही दोनों पक्ष शादी की तिथि बढ़ाने पर राजी थे, लिहाजा दूसरी मंजिल पर स्थित वार्ड में ही शादी की गई।
बताते हैं कि दो दिन पूर्व ही 4 नवंबर को बबलू की बहन की शादी उनकी मौजूदा पत्नी निमृला के भाई से की गई थी। बबलू उसमें भी शामिल नहीं हो सका था।
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