पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपनी बात केंद्र
सरकार पर हमले से शुरू की। कहा कि बिहार को विशेष राज्य के दर्जे के लिए
प्रधानमंत्री से वक्त मांगा तो नहीं मिला। दूसरे मुद्दे पर बात करने के लिए
उन्होंने समय दिया। लेकिन न जाने क्यों बिहार के सवाल पर समय नहीं दिया
गया। बिहार को विशेष राज्य के दर्जे पर विधानसभा से सर्र्वसम्मत प्रस्ताव
पास हुआ। सवा करोड़ लोगों का हस्ताक्षर कराया गया।
उन्होंने कहा कि केंद्र हमारी बात नहीं सुनता। उसे अपनी बात सुनाने के
लिए मार्च में दिल्ली के रामलीला मैदान में भारी जुटान होगा। उन्होंने
कहा कि 2014 के लोकसभा चुनाव में ऐसा फैसला दीजिए कि दिल्ली में जो भी
सरकार बने, वह हमारी मांग पूरी करे।
दिल्ली में कांग्रेस ने दिखाया दम
वहीं दिल्ली में एफडीआई को लेकर अपने रुख को सही ठहराने के लिए कांग्रेस ने एक बड़ी जनसभा की। कांग्रेस की महारैली में बोलते हुए राहुल गांधी ने कहा कि वो राजनीतिक सिस्टम को पूरी तरह बदल कर रख देंगे।
वहीं सोनिया गांधी ने विपक्ष को मुंहतोड़ जबाव देने की बात कही।
सोनिया ने कहा कि वो आरोप लगाने के इस दौर में उनकी पार्टी देश के विकास पर
ध्यान दे रही है।
रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि विपक्ष
देश को गुमराह कर रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा, 'हम देश को तेज आर्थिक
विकास देंगे जिससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। हम जानते हैं कि तेज आर्थिक
विकास जरूरी है तो लेकिन काफी नहीं। देश के विकास का फायदा समाज के कमजोर
तबकों तक पहुंचाना चाहिए। इसका फायदा गांव-गांव तक पहुंचना चाहिए। हमारी
पार्टी और सरकार का यह मानना है कि देश की तरक्की ऐसी होनी चाहिए जिसमें
समाज के हर वर्ग को आगे बढ़ने के बराबर मौके मिल पाएं।'
पीएम ने कहा, हमें इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए कठिन फैसले लेने
होंगे...जो हमारा विरोध कर रहे हैं, एक दिन वे गलत साबित होंगे। महात्मा
गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) से आठ करोड़ लोगों
को फायदा पहुंचा है। दोपहर के भोजन कार्यक्रम से 12 करोड़ बच्चों को भोजन
उपलब्ध होता है। सरकार का प्रयास आम आदमी को समृद्ध बनाना है। प्रधानमंत्री
ने मल्टी ब्रांड रिटेल में एफडीआई का बचाव भी किया। उन्होंने कहा कि यह
कहना सरासर गलत है कि इससे किसानों को नुकसान पहुंचेगा। मनमोहन ने कहा कि
कांग्रेस और उसका विरोध करने वाले के बीच यही फर्क है कि उनकी पार्टी और
सरकार दोनों ही समाज में बदलाव लाना चाहते हैं।
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