दंतेवाड़ा की पवित्र नदियों 'शंकिनी' और 'ढंकिनी' के संगम में 600 वर्षों से स्थित यह मंदिर भारत की प्राचीन विरासत के स्थलों में से एक है। हालांकि भारत के लोग आज इस मंदिर के बारे में बहुत कम जानते हैं।
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
09 अक्तूबर 2012
विष्णु ने 'सुदर्शन' से किए मृत शरीर के पांच टुकड़े, यहीं गिरे थे सती के दांत
दंतेवाड़ा की पवित्र नदियों 'शंकिनी' और 'ढंकिनी' के संगम में 600 वर्षों से स्थित यह मंदिर भारत की प्राचीन विरासत के स्थलों में से एक है। हालांकि भारत के लोग आज इस मंदिर के बारे में बहुत कम जानते हैं।
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