पुजारी हर्षवर्धन गौतम का दावा है कि यहां 20 साल में करीब 10 हजार में से 5 हजार अर्जी लगाने वाले युवक-युवतियों की शादी हो चुकी है।
मंदिर में रखे रजिस्टर में युवक-युवती को अपने बारे में पूरी जानकारी नोट कराना होती है। इसके बाद युवक-युवतियों को पांच बुधवार मंदिर आने के लिए कहा जाता है। रजिस्टर देखकर लोगों में संपर्क होता है और रिश्ते तय होते हैं।
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