मथुरा. वृन्दावन के बांके बिहारी मंदिर में रविवार दोपहर भगदड़ मच गई। इसमें छह लोग घायल हो गए। अधिमास की वजह से भक्तों की भीड़ बेतहाशा थी। लोग रेलिंग के ऊपर और नीचे से निकलकर आगे जाना चाह रहे थे। इसी दौरान भगदड़ मच गई। भीड़ में दबने से एक महिला पुलिस कांस्टेबल बेहोश हो गई। अन्य घायल लोग दिल्ली व इसके आस-पास के निवासी हैं।
जानकारी के मुताबिक, भगदड़ में दिल्ली (करोलबाग) निवासी उमेश गुप्त (55 वर्ष)के पैर में चोट लगी और उनकी पतलून फट गई। भीड़ के दबाव में मथुरा की 35 वर्षीय महिला होमगार्ड ऊषा रेलिंग के बीच गिरिराजजी स्तंभ के पास गिर पड़ी। सिर से खून बहने की वजह से वह बेहोश हो गईं। मंदिर के कर्मचारियों ने उन्हें मंदिर के गेट संख्या चार से बाहर निकाला। पैर फंस जाने से मुरसान के पूर्व चेयरमैन लाला बाबू सारस्वत (85) के पैर में गंभीर चोट आई।
मंदिर में दम घुटने से तरौली निवासी 22 वर्षीय तृप्ती सिसौदिया बेहोश हो रेलिंग के बीच में ही जा गिरी। मंदिर के कर्मचारियों एवं गोस्वामियों ने युवती को रेलिंग से निकाला। समसाबाद निवासी 22 वर्षीय रितु भीड़ के दबाव से बेहोश हो गई। सभी को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
बताते चलें कि इससे पहले 19 अगस्त 2012 और 20 नवम्बर 2009 को भी हादसा हो चुका है। मंदिर में लगे रेलिंग की वजह से ये हादसे हो रहे हैं। रविवार को लोगों को बांके बिहारी के नजदीक पहुंचने का मौका नहीं मिल पा रहा था। भीड़ का दबाव ज्यादा था और लोग रेलिंग पार कर आगे बढ़ने लगे। आगे की रेलिंग में पहले से ही भीड़ थी। इसी बीच भगदड़ मच गई। भीड़ के दबाव से मंदिर का ग्रिल (लोहे का गेट) टूट गया।
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