मुंबई। ईसाई समुदाय एक बार फिर सेंसर बोर्ड से
खफा हो गया है। मामला फिल्म कमाल-धमाल-मालामाल में ईसाई पादरी को अपमानजनक
स्थिति में दिखाने का है। समुदाय के एक समूह ने अपनी नाराजगी को जाहिर करते
हुए केंद्रीय सूचना व प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी व सेंसर बोर्ड की प्रमुख
लीला सैमसम को एक पत्र लिखा है।
पत्र
में सेंसर बोर्ड की मुंबई इकाई में स्थायी तौर पर एक सदस्य को ईसाई समुदाय
से शामिल करने की मांग की गई है। पत्र के मुताबिक फिल्म में ईसाई समुदाय व
पादरी को अपमानजनक तरीके से दिखाया गया है। ईसाई समूह ने पत्र में साफ
किया है कि यदि फिल्म से ईसाई समुदाय की भावनाओं को आहत करने वाले दृश्य को
नहीं हटाया गया तो वे फिल्म को प्रदर्शित नहीं होने देंगे।
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