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17 सितंबर 2012

एक तरफ बंधी मां रोती-बिलखती रही, निर्दयी पिता के आदेश पर टूट पड़ा चाचा!



 

कस्बाथाना (बारां). कस्बाथाना क्षेत्र के धनकरी गांव में शनिवार रात हुई बालक की हत्या के मामले में नया मोड़ आया है। पहले पुलिस ने बालक के पिता को हत्या करने के मामले में गिऱफ्तार किया था, मगर अब असली हत्यारा बच्चे का चाचा निकला। उसने पिता के कहने पर ही अपने भतीजे की हत्या की थी। इस पर पुलिस ने बालक के पिता के साथ चाचा को भी गिरफ्तार कर लिया है।
यह बात भी सामने आई कि अपने पुत्र की हत्या करने की साजिश का पता चलने पर जब उसकी मां ने विरोध किया तो उन्होंने उसे रस्सी से बांध दिया था। इस दौरान वह बिलखते हुए अपनी जान के टुकड़े को बख्श देने की गुहार करती रही, मगर पिता व चाचा पर इसका कोई असर नहीं हुआ।
थानाप्रभारी हरदयाल स्वामी ने बताया कि धनकरी गांव में रतनलाल भील के 3 वर्षीय बेटे अखिलेश की घर पर ही धारदार हथियार से हत्या कर दी गई थी। रविवार शाम तक भी इसकी जानकारी किसी को नहीं मिली। परिजन रोजमर्रा की तरह काम करते रहे।
किसी ग्रामीण को इस बात की भनक लगी तो उसने पुलिस को सूचना दी। इस पर रविवार शाम को अखिलेश के पिता रतनलाल को गिरफ्तार कर लिया था। जांच के बाद रतनलाल की पत्नी समसूबाई के द्वारा पुलिस को दी गई रिपोर्ट में बताया गया कि उसके परिवार में महिलाएं व बच्चे बीमार रहते थे। रतनलाल ने समसू के साथ उसकी बहन से भी विवाह कर रखा था। दोनों पत्नियां व रतनलाल साथ एक घर में ही रहती थीं। घर के सदस्यों के बार-बार बीमार होने के लिए रतनलाल अखिलेश को जिम्मेदार मानता था। उसका मानना था कि उस पर किसी देवता का साया है, इसीलिए यह स्थिति रहती है।
शनिवार को रतनलाल के घर उसका भाई मांगीलाल आया। दोनों काफी देर तक इसी मुद्दे को लेकर चर्चा करते रहे। इस दौरान रात होने से परिवार के बच्चे व दोनों महिलाएं सो गईं। अचानक रतनलाल व मांगीलाल घर के अंदर गए। जब ये बाहर आए तो मांगीलाल के हाथ में धारिया (धारदार हथियार) था। इस बीच समसू को अखिलेश की हत्या करने की साजिश की भनक लगी तो उसने इसका तगड़ा विरोध किया। इस पर रतनलाल व मांगीलाल ने समसू को एक ओर रस्सी से बांध दिया।
वहीं मांगीलाल ने वहीं सो रहे अखिलेश पर धारिये से वार कर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद दोनों आरोपी वहां से फरार हो गए। समसू रातभर रस्सी से बंधी रही। सुबह जब उसकी पुत्री जगी तब उसने उसे खोला। इसके बाद सदमे के कारण पूरा परिवार चुपचाप रहा। शाम को ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर रतनलाल को गिरफ्तार कर शव कब्जे में लिया। एसपी शिवलाल जोशी ने बताया कि समसूबाई की रिपोर्ट के बाद सोमवार को मांगीलाल को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों आरोपियों को मंगलवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
ग्रामीणों ने ही किया अंतिम संस्कार
अखिलेश के शव का सोमवार सुबह कस्बाथाना अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया गया। इसके बाद वहां उसका शव लेने के लिए कोई परिजन मौजूद नहीं था। इस पर ग्रामीणों ने ही उसका शव लिया। बाद में गांव ले जाकर उन्होंने ने अपने स्तर पर उसका अंतिम संस्कार कर दिया।

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