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02 सितंबर 2012

सोनिया गांधी का दौरे के दिन आखिर क्यों लगानी पड़ी थी चन्द्रभान को दौड़!



 

जयपुर.यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी के मदरामपुरा दौरे के समय हुई एक घटना ने सत्ता और संगठन के बीच तालमेल के दावों पर सवाल उठा दिए हैं। मदरामपुरा में सोनिया के दौरे के समय प्रदेशाध्यक्ष चंद्रभान की गाड़ी का पास ही नहीं बनाया गया था। इसीलिए चंद्रभान को सोनिया गांधी तक पहुंचने के लिए मदरामपुरा के कीचड़ भरे गड्ढों से बचते हुए दौड़ लगानी पड़ी।प्रदेशाध्यक्ष को गाड़ी का पास नहीं बनने के बारे में आखिर में तब पता चला जब सोनिया का काफिला मदरामपुरा से रवाना हो गया।
इस पूरे प्रकरण में रोचक तथ्य यह है कि सोनिया के दौरे से पहले पुलिस सुरक्षा में लगे अफसरों ने पास बनवाने के लिए बाकायदा प्रदेश कांग्रेस से लिखित में गाड़ियों के नंबर मांगे थे। इसके बावजूद दौरे वाले दिन खुद प्रदेशाध्यक्ष की गाड़ी का ही पास नहीं बनाया। सोनिया गांधी के गुरुवार को बाड़मेर दौरे के कारण चंद्रभान मुख्यमंत्री के साथ पहले दिन ही बाड़मेर चले गए थे। बाड़मेर से शुक्रवार को सोनिया गांधी के साथ ही वे जयपुर पहुंचे।
बाड़मेर में भी उन्हें सोनिया के साथ मंच पर तो बैठाया, लेकिन बोलने का मौका नहीं दिया। एयरपोर्ट से मदरामपुरा तक वे सोनिया गांधी के साथ चलने वाले कारकैड की गाड़ियों से आ गए। मदरामपुरा से वापस एयरपोर्ट तक जाने के लिए प्रदेशाध्यक्ष ने जब गाड़ी के बारे में पूछा तब उन्हें पता लगा कि पीसीसी की उनकी गाड़ी का तो पास ही नहीं बना।
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि पार्टी प्रोटोकॉल के हिसाब से प्रदेशाध्यक्ष की गाड़ी का पास ससम्मान उनका तक पहुंचना चाहिए था, यह घटना पीसीसी चीफ के प्रोटोकॉल का उल्लंघन है। कांग्रेस में संभवत: यह पहली घटना है जब पार्टी के सत्ता में रहते हुए प्रशासन ने प्रदेशाध्यक्ष की गाड़ी का पास नहीं बनाया हो। दौरे की व्यवस्था में लगे अधिकारियों और नेताओं ने घटना से अनभिज्ञता जाहिर की है।
राजनीतिक प्रेक्षक इस घटना को कांग्रेस राजनीति में चल रही उठापटक से जोड़कर देख रहे हैं। साथ ही इस घटना में कांग्रेस नेताओं और आला प्रशासनिक अधिकारियों की मिलीभगत से भी इनकार नहीं किया जा रहा है। कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष चंद्रभान ने पूरे घटनाक्रम को मंजूर किया है लेकिन इस पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
..तो इसीलिए लगानी पड़ी चंद्रभान को दौड़
कांग्रेस पदाधिकारियों के पास बनाने में भी आनाकानी
सोनिया गांधी के मदरामपुरा दौरे के समय कांग्रेस पदाधिकारियों के पास बनाने में भी सुरक्षा और प्रशासनिक अधिकारियों ने आनाकानी की थी। दौरे की तैयारियों को लेकर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में हुई बैठक में यह मुद्दा उठा तब खुद प्रदेशाध्यक्ष को उच्च स्तर पर बात करनी पड़ी, इसके बाद चुनिंदा पदाधिकारियों के मदरामपुरा दौरे के पास बने। गाड़ियों के पास बनाने के बारे में भी प्रशासन ने नंबर मांगे थे, पीसीसी ने प्रदेशाध्यक्ष की गाड़ी के नंबर भेजे थे
किसके इशारे पर नहीं बना प्रदेशाध्यक्ष की गाड़ी का पास?
सोनिया के दौरे के समय कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष की गाड़ी का पास नहीं बनने पर कांग्रेस में तीखी प्रतिक्रिया है। कई नेताओं ने इस पर नाराजगी जताई है। प्रदेश कांग्रेस में यह सवाल उठाया जा रहा है कि प्रदेशाध्यक्ष की गाड़ी का पास आखिर किसके इशारे पर रोके गए?

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