मेटज़िटज़ाह ख़तना करने का एक प्राचीन यहूदी तरीका है जिसमें ख़तना करने वाला यानि मोहेल अपने मुंह से बच्चे का ख़ून वगैरह साफ़ करता है. न्यूयॉर्क के करीब दस लाख यहूदियों के लिए ये आम बात है लेकिन इस प्राचीन रिवाज़ की वैज्ञानिक समुदाय में बहुत आलोचना हुई है.
अब न्यूयॉर्क के स्वास्थ्य बोर्ड ने काफ़ी सोच-विचार के बाद नियम बनाया है कि अपने बच्चों का इस विवादित और प्राचीन विधि से ख़तना करवाने के लिए मां-बाप को स्पष्ट सहमति देनी पड़ेगी.
विशेषज्ञ कहते हैं कि मेटज़िटज़ाह से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं और यहां तक कि बच्चे की मृत्यु भी हो सकती है. न्यूयॉर्क के स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े बताते हैं कि इस तरीके से खतना होने वाले शिशुओं में हर्पीस के 11 मामले और दो मौतें भी हुई हैं. मगर कट्टरपंथी यहूदी समुदाय अपने दायरे में सीमित रहता है, इसलिए मेटज़िटज़ाह की वजह से संक्रमित शिशुओं की संख्या का ठीक-ठीक पता लगाना बहुत मुश्किल है. इजराइल के बाहर इस वक्त सबसे ज़्यादा यहूदी न्यूयॉर्क शहर में रहते हैं जिनमें से 40 प्रतिशत ख़ुद को कट्टरपंथी यहूदी मानते हैं. इनमें से 66 प्रतिशत दंपती शिशुओं का मेटज़िटज़ाह तरीके से ख़तना कराते हैं.
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