कोलकाता. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि न्यायपालिका का एक वर्ग भ्रष्ट है और कुछ मौकों पर अदालत के फैसले को धनबल से प्रभावित करा लिया जाता है। मंगलवार को ममता ने विधानसभा के प्लेटिनम जुबली समारोह के मौके पर कहा कि पैसों के लिए कई बार अदालत के फैसले बदल दिए जाते हैं। यानी न्यायपालिका का एक वर्ग भी भ्रष्टाचार में लिप्त है। उन्होंने कहा, 'मैं जानती हूं कि ऐसा कहने पर मुझे मानहानि का सामना करना पड़ सकता है। लेकिन यह भी कहना चाहूंगी कि मैं इसके लिए जेल जाने को तैयार हूं।'
भ्रष्टाचार का मुद्दा राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने भी राष्ट्र के नाम अपने पहले संबोधन में उठाया। मंगलवार को उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार, आतंकवाद, गरीबी, भूख और बीमारी की समस्याओं से सबसे पहले निपटने की जरूरत है। तेज विकास के लिए युवाओं को आगे बढ़ाने और उनकी जरूरतों को पूरा करना होगा। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार पर अंकुश नहीं लगने से विकास की रफ्तार कम हो रही है। उन्होंने यह भी कहा कि लोगों को यह समझना होगा कि विधायिका से कानून बनाने और न्यायपालिका से न्याय देने का हक छीना नहीं जा सकता।
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