बहरोड़ (अलवर).कस्बे के रैफरल अस्पताल के पास रविवार को सीसी रोड के उद्घाटन कार्यक्रम में मंच पर बैठने को लेकर विवाद हो गया। कांग्रेसी नेता आपस में भिड़ गए। नेताओं के समर्थकों ने मंच पर चढ़कर एक-दूसरे के खिलाफ नारे लगा दिए। हंगामा ऐसा मचा कि मुख्य अतिथि केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह समेत अन्य अतिथियों को मंच के पीछे से कूदकर चुपचाप निकलना पड़ा। अतिथियों के लौटने से कार्यक्रम 10 मिनट में पूरा हो गया।
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह की अभिशंसा पर ही नगर विकास न्यास भिवाड़ी ने 18 लाख रुपए की लागत से सीमेंट कंक्रीट (सीसी) रोड बनवाई है। रविवार को इसका उद्घाटन कार्यक्रम रखा गया। केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री जितेन्द्र सिंह सहित बीसूका के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. कर्णसिंह यादव, अलवर ग्रामीण विधायक टीकाराम जूली, जिला प्रमुख साफिया खान आदि मंचासीन थे। उद्घाटन पट्टिका के अनावरण के बाद स्वागत कार्यक्रम चल रहा था।
तभी मंच पर जनता सेना प्रमुख बलजीत यादव को देख कांग्रेस के पीसीसी सदस्य बस्तीराम यादव ने मंच पर पहुंचकर केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री के सामने आपत्ति जताई। उन्होंने कहा- जो लोग पार्टी व नेताओं को खुलेआम गालियां देते हैं, वे मंच पर सम्मान पा रहे हैं। यह समर्पित कार्यकर्ताओं का सरासर अपमान है। उनकी बात के समर्थन में बीसूका उपाध्यक्ष डॉ.कर्णसिंह यादव मंच छोड़कर जाने लगे।
केंद्रीय मंत्री ने उन्हें रोकने की कोशिश भी की। इसी बीच कई कार्यकर्ता मंच पर चढ़ गए और हंगामा शुरू कर दिया। जितेंद्र सिंह ने मंच से कूदकर जाना मुनासिब समझा। उनके पीछे-पीछे जिला प्रमुख साफिया खान, विधायक टीकाराम जूली व अन्य नेता मंच छोड़कर पीछे के रास्ते से निकल गए।
कौन हैं बलजीत यादव
बलजीत यादव सामाजिक कार्यकर्ता हैं। इनका जनता सेना नाम का संगठन है, जिसके जरिए ये जन समस्याओं को उठाते रहे हैं। अधिकारियों की नींद उड़ाओ अभियान, हल्ला बोल कार्यक्रम के जरिए इस संगठन ने क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई है। समय-समय पर रैली व प्रदर्शनों के जरिए किसानों व जनता की समस्याओं को इस संगठन ने पुरजोर तरीके से उठाया है।
मंत्री की मौजूदगी में दूसरी बार भिड़े कार्यकर्ता
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह की मौजूदगी में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के आपस में भिड़ने और मंत्री के मंच छोड़कर जाने का यह पहला मामला नहीं है। करीब एक साल पहले पंचायत समिति कार्यालय में लोगों की समस्या सुनने आए केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री जितेन्द्र सिंह के सामने कार्यकर्ता आपस में उलझ गए थे। बाद में माहौल बिगड़ता देख उन्हें बीच में ही लौटना पड़ा था।
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह की अभिशंसा पर ही नगर विकास न्यास भिवाड़ी ने 18 लाख रुपए की लागत से सीमेंट कंक्रीट (सीसी) रोड बनवाई है। रविवार को इसका उद्घाटन कार्यक्रम रखा गया। केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री जितेन्द्र सिंह सहित बीसूका के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. कर्णसिंह यादव, अलवर ग्रामीण विधायक टीकाराम जूली, जिला प्रमुख साफिया खान आदि मंचासीन थे। उद्घाटन पट्टिका के अनावरण के बाद स्वागत कार्यक्रम चल रहा था।
तभी मंच पर जनता सेना प्रमुख बलजीत यादव को देख कांग्रेस के पीसीसी सदस्य बस्तीराम यादव ने मंच पर पहुंचकर केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री के सामने आपत्ति जताई। उन्होंने कहा- जो लोग पार्टी व नेताओं को खुलेआम गालियां देते हैं, वे मंच पर सम्मान पा रहे हैं। यह समर्पित कार्यकर्ताओं का सरासर अपमान है। उनकी बात के समर्थन में बीसूका उपाध्यक्ष डॉ.कर्णसिंह यादव मंच छोड़कर जाने लगे।
केंद्रीय मंत्री ने उन्हें रोकने की कोशिश भी की। इसी बीच कई कार्यकर्ता मंच पर चढ़ गए और हंगामा शुरू कर दिया। जितेंद्र सिंह ने मंच से कूदकर जाना मुनासिब समझा। उनके पीछे-पीछे जिला प्रमुख साफिया खान, विधायक टीकाराम जूली व अन्य नेता मंच छोड़कर पीछे के रास्ते से निकल गए।
कौन हैं बलजीत यादव
बलजीत यादव सामाजिक कार्यकर्ता हैं। इनका जनता सेना नाम का संगठन है, जिसके जरिए ये जन समस्याओं को उठाते रहे हैं। अधिकारियों की नींद उड़ाओ अभियान, हल्ला बोल कार्यक्रम के जरिए इस संगठन ने क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई है। समय-समय पर रैली व प्रदर्शनों के जरिए किसानों व जनता की समस्याओं को इस संगठन ने पुरजोर तरीके से उठाया है।
मंत्री की मौजूदगी में दूसरी बार भिड़े कार्यकर्ता
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह की मौजूदगी में कांग्रेसी कार्यकर्ताओं के आपस में भिड़ने और मंत्री के मंच छोड़कर जाने का यह पहला मामला नहीं है। करीब एक साल पहले पंचायत समिति कार्यालय में लोगों की समस्या सुनने आए केन्द्रीय गृह राज्यमंत्री जितेन्द्र सिंह के सामने कार्यकर्ता आपस में उलझ गए थे। बाद में माहौल बिगड़ता देख उन्हें बीच में ही लौटना पड़ा था।
खरगोश का संगीत राग
जवाब देंहटाएंरागेश्री पर आधारित है जो कि खमाज थाट का
सांध्यकालीन राग है, स्वरों में कोमल निशाद और बाकी स्वर शुद्ध लगते हैं, पंचम इसमें वर्जित है, पर हमने इसमें अंत में पंचम का प्रयोग भी
किया है, जिससे इसमें राग बागेश्री भी झलकता है.
..
हमारी फिल्म का संगीत वेद नायेर ने दिया है.
.. वेद जी को अपने संगीत
कि प्रेरणा जंगल में चिड़ियों
कि चहचाहट से मिलती है...
Here is my blog फिल्म