सिरोही. कृष्णगंज गांव में स्वाधीनता दिवस पर फुटबॉल खेलने के दौरान बच्चों में हुई कहासुनी ने उग्र रूप ले लिया। दो पक्षों के लोग आमने-सामने हो गए। फायरिंग, आगजनी, तलवारबाजी व पथराव में 7 लोग घायल हो गए। पुलिस ने हवाई फायर किए तथा आंसू गैस के गोले छोड़े।
भीड़ ने पथराव किया, जिससे 20 पुलिसकर्मियों को भी चोटें आईं। गांव में बुधवार शाम 4 बजे बेमियादी कर्फ्यू लगा दिया गया। घटना का असर सिरोही शहर के अलावा 8 कस्बों में भी दिखा। यहां बाजार बंद करा दिए गए। प्रशासन ने शांति व्यवस्था के लिए सिरोही में धारा 144 लगा दी। देर शाम दोनों पक्षों के 18 लोगों को हिरासत में लिया गया।
15 अगस्त को गांव के सीनियर सैकंडरी स्कूल में बच्चे फुटबॉल का मैच खेल रहे थे। इसी दौरान किसी बात को लेकर विवाद हो गया। बात मारपीट तक पहुंच गई। समुदाय विशेष के एक बच्चे से अन्य बच्चों ने मारपीट कर दी। बच्चे ने घर जाकर इसकी शिकायत की तो परिजन लाठी, तलवार लेकर वहां पहुंच गए। गांव से दूसरा पक्ष भी आ गया और दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए।
एक पक्ष के लोगों ने तलवार से वार कर करीब चार लोगों को जख्मी कर दिया। बंदूक से फायर किए। र्छे लगने से तीन लोग घायल हो गए। दूसरे पक्ष के लोगों ने एक जीप और बाइक में आग लगा दी। स्थिति तनावपूर्ण हो गई। सूचना मिलने पर सिरोही कलेक्टर बन्नालाल व एसपी लवली कटियार अतिरिक्त पुलिस जाप्ते के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने भी हवाई फायर कर आंसू गैस के गोले छोड़े। जवाबी कार्रवाई में भीड़ ने पत्थरबाजी की।
स्थिति काबू में नहीं होने पर गांव में कफ्र्यू लगा दिया। सिरोही के अस्पताल में घायलों के आने से वहां भी काफी भीड़ जमा हो गई। भाटकड़ा चौराहे पर जमा हुई भीड़ ने हाईवे पर ट्रक में आग लगा दी। हालांकि, चालक ने समझदारी दिखाते हुए उसे बुझा दिया। हाईवे पर मौजूद लोगों ने जाम लगाने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर कर दिया। बुधवार शाम 6 बजे सिरोही में धारा 144 लगा दी गई।
जोधपुर के डीसी व आईजी ने गुरुवार सुबह सर्किट हाउस में विधायक ओटाराम देवासी, पूर्व विधायक तारा भंडारी समेत जिले के प्रबुद्धजनों के साथ बैठक कर माहौल को शांतिपूर्ण बनाने में सहयोग की अपील की। बैठक में कलेक्टर, एसपी, जिला परिषद सीईओ भी मौजूद थे। उधर, बुधवार देर शाम को दोनों पक्षों के 18 लोगों को हिरासत में लिया गया। घटनाक्रम में घायल हुए नारायण उर्फ रॉकी, गणोशराम, विजयकुमार, अमराराम चौधरी, इंद्रजीत सिंह राजपुरोहित, प्रेमाराम और एक अन्य युवक सिरोही के सरकारी अस्पताल में भर्ती है।
अधिकारियों ने किया दौरा
देर शाम जोधपुर से संभागीय आयुक्त आरके जैन, आईजी डीसी जैन पाली एसपी केबी वंदना और जालोर एसपी दीपक कुमार सिरोही पहुंचे। इन अधिकारियों ने कृष्णगंज व सिरोही का दौरा किया। घटना को लेकर जोधपुर, उदयपुर, पाली, जालोर से पुलिस का अतिरिक्त जाब्ता भी सिरोही में तैनात किया गया है। जोधपुर के आईजी डीसी जैन ने बताया कि अब सिरोही समेत जिले में स्थिति नियंत्रण में है। कानून तोड़ने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
विरोध में सिरोही व 8 कस्बे बंद
घटना के विरोध में गुरुवार को सिरोही के साथ पिंडवाड़ा, कालंद्री, मोहब्बतनगर, अनादरा, मंडार, रोहिड़ा, आबूरोड, सरूपगंज में बाजार बंद रहे। पिंडवाड़ा में एक समुदाय विशेष ने मोहल्लों में रैली निकालकर पत्थरबाजी की। यहां पर भी पुलिस ने स्थिति को संभाल लिया।
भीड़ ने पथराव किया, जिससे 20 पुलिसकर्मियों को भी चोटें आईं। गांव में बुधवार शाम 4 बजे बेमियादी कर्फ्यू लगा दिया गया। घटना का असर सिरोही शहर के अलावा 8 कस्बों में भी दिखा। यहां बाजार बंद करा दिए गए। प्रशासन ने शांति व्यवस्था के लिए सिरोही में धारा 144 लगा दी। देर शाम दोनों पक्षों के 18 लोगों को हिरासत में लिया गया।
15 अगस्त को गांव के सीनियर सैकंडरी स्कूल में बच्चे फुटबॉल का मैच खेल रहे थे। इसी दौरान किसी बात को लेकर विवाद हो गया। बात मारपीट तक पहुंच गई। समुदाय विशेष के एक बच्चे से अन्य बच्चों ने मारपीट कर दी। बच्चे ने घर जाकर इसकी शिकायत की तो परिजन लाठी, तलवार लेकर वहां पहुंच गए। गांव से दूसरा पक्ष भी आ गया और दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए।
एक पक्ष के लोगों ने तलवार से वार कर करीब चार लोगों को जख्मी कर दिया। बंदूक से फायर किए। र्छे लगने से तीन लोग घायल हो गए। दूसरे पक्ष के लोगों ने एक जीप और बाइक में आग लगा दी। स्थिति तनावपूर्ण हो गई। सूचना मिलने पर सिरोही कलेक्टर बन्नालाल व एसपी लवली कटियार अतिरिक्त पुलिस जाप्ते के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने भी हवाई फायर कर आंसू गैस के गोले छोड़े। जवाबी कार्रवाई में भीड़ ने पत्थरबाजी की।
स्थिति काबू में नहीं होने पर गांव में कफ्र्यू लगा दिया। सिरोही के अस्पताल में घायलों के आने से वहां भी काफी भीड़ जमा हो गई। भाटकड़ा चौराहे पर जमा हुई भीड़ ने हाईवे पर ट्रक में आग लगा दी। हालांकि, चालक ने समझदारी दिखाते हुए उसे बुझा दिया। हाईवे पर मौजूद लोगों ने जाम लगाने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर कर दिया। बुधवार शाम 6 बजे सिरोही में धारा 144 लगा दी गई।
जोधपुर के डीसी व आईजी ने गुरुवार सुबह सर्किट हाउस में विधायक ओटाराम देवासी, पूर्व विधायक तारा भंडारी समेत जिले के प्रबुद्धजनों के साथ बैठक कर माहौल को शांतिपूर्ण बनाने में सहयोग की अपील की। बैठक में कलेक्टर, एसपी, जिला परिषद सीईओ भी मौजूद थे। उधर, बुधवार देर शाम को दोनों पक्षों के 18 लोगों को हिरासत में लिया गया। घटनाक्रम में घायल हुए नारायण उर्फ रॉकी, गणोशराम, विजयकुमार, अमराराम चौधरी, इंद्रजीत सिंह राजपुरोहित, प्रेमाराम और एक अन्य युवक सिरोही के सरकारी अस्पताल में भर्ती है।
अधिकारियों ने किया दौरा
देर शाम जोधपुर से संभागीय आयुक्त आरके जैन, आईजी डीसी जैन पाली एसपी केबी वंदना और जालोर एसपी दीपक कुमार सिरोही पहुंचे। इन अधिकारियों ने कृष्णगंज व सिरोही का दौरा किया। घटना को लेकर जोधपुर, उदयपुर, पाली, जालोर से पुलिस का अतिरिक्त जाब्ता भी सिरोही में तैनात किया गया है। जोधपुर के आईजी डीसी जैन ने बताया कि अब सिरोही समेत जिले में स्थिति नियंत्रण में है। कानून तोड़ने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
विरोध में सिरोही व 8 कस्बे बंद
घटना के विरोध में गुरुवार को सिरोही के साथ पिंडवाड़ा, कालंद्री, मोहब्बतनगर, अनादरा, मंडार, रोहिड़ा, आबूरोड, सरूपगंज में बाजार बंद रहे। पिंडवाड़ा में एक समुदाय विशेष ने मोहल्लों में रैली निकालकर पत्थरबाजी की। यहां पर भी पुलिस ने स्थिति को संभाल लिया।
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