जोड़, जुड़ाव या मिलन शक्ति, विश्वास व ताकत को बढ़ाने वाले सिद्ध होता है। जीवन के नजरिए से रिश्तों में यह बात सार्थक साबित होती है। वहीं देव उपासना से शुभ फल पाने के लिए विशेष ग्रह-नक्षत्रों, तिथियों या काल का मिलना मंगलकारी होता है।
इसी कड़ी में 25 अगस्त को देव उपासना का दुर्लभ योग बना है। इस दिन 5 ऐसे देवी-देवताओं की पूजा व उपासना का अद्भुत योग बना है, जिनका स्मरण मात्र भी संकटमोचक व खुशहाल बनाने वाला माना गया है। जानिए कैसे बना है ये संयोग और इस शुभ घड़ी का कैसे उठाएं लाभ -
दरअसल, 25 अगस्त को अधिकमास में शनिवार के साथ ही अष्टमी व नवमी तिथियों का भी शुभ योग बना है। अधिकमास भगवान विष्णु की भक्ति का काल है। अष्टमी तिथि के स्वामी भगवान शिव है। इसी तरह नवमी तिथि देवी उपासना से बलवान बनने की शुभ घड़ी। वहीं शनिवार भाग्य विधाता शनि के साथ ही मंगलमूर्ति श्रीहनुमान की पूजा का शुभ दिन है।
इस तरह अचूक संयोग में एक ही दिन भगवान विष्णु, महादेव, मां भगवती, श्रीहनुमान व शनिदेव की उपासना सुख, सौभाग्य, शांति, सफलता व यश बरसाने वाली साबित होगी।
अगली तस्वीरों पर क्लिक कर जानिए ऐसी ही इच्छाओं या रुके कामों को पूरा करने के लिए इस खास योग में इन 5 देवी-देवताओं के कौन-से आसान मंत्र असरदार साबित होंगे।
पांचों देवी-देवताओं की यथासंभव पहले चंदन, फूल, नैवेद्य, धूप व दीप से आरती कर इन मंत्रों का स्मरण कर मन्नतों को पूरा करने की प्रार्थना करें -
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)