बगदाद.इराक में आतंकवाद से जुडे आरोपों में सजा पाये 21 लोगों को एक ही दिन में फांसी पर लटका दिया जिनमें तीन महिलाएं भी शामिल हैं।इसके साथ ही इस वर्ष अब तक 91 लोगों को फांसी पर लटका दिया गया है। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार संगठन की प्रमुख नवी पिल्लै की ओर से इराक में मौत की सजा पर प्रतिबंध लगाने के आग्रह के बावजूद देश में एक ही दिन में इतनी बडी संख्या में लोगों को फांसी की सजा दे दी गयी।
न्याय मंत्रालय के अधिकारी हैदर अल सादी ने एक बयान में कहा कि मंत्नालय ने आतंकवाद से जुडे अपराधों में दोषी पाये गये 21 लोगों को कल सुबह फांसी की सजा दी जिनमें तीन महिलाएं शामिल हैं।देश में इस वर्ष बडी संख्या में एक साथ कई लोगो को फांसी की सजा दी गयी है। सात फरवरी को 14 तथा 31 जनवरी को 18 लोगों को यह सजा दी गयी।
पिल्लै ने इस वर्ष की शुरूआत में इतनी बडी संख्या में लोगों को मौत के घाट उतारे जाने पर स्तब्धता व्यक्त की थी। उन्होंने न्यायालय की कार्यवाही में पारदर्शिता की कमी की आलोचना करते हुए मौत की सजा को तत्काल स्थगित किये जाने का आग्रह किया था।
उन्होंने जनवरी में कहा था यदि इन मामलों की सुनवाई में पारदर्शिता बरती भी गयी हो तो भी एक ही दिन में इतनी बडी संख्या में लोगों को फांसी की सजा दिया जाना खौफनाक है।
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
28 अगस्त 2012
इराक में एक ही दिन में 21 लोगों को फांसी पर चढा़या
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