जयपुर. मंगलवार देर रात 1 बजे शुरू हुई बारिश ने जयपुर शहर को 'डूबो' () दिया। बारिश बुधवार सुबह बंद हो गई। लेकिन इसके चलते शहर के निचले इलाकों में मौजूद करीब 100 कॉलोनियों में पानी भर गया । कई लोग बहुत देर तक अपने घरों की छतों पर बैठे रहे। इस दौरान करीब 148 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई। सुबह के समय शहर के आधे हिस्से में बिजली की सप्लाई ठप रही। जयपुर के अलावा राजस्थान के कई शहरों में भी बारिश हुई। जिला प्रशासन की तरफ से सरकारी और निजी स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है।
दूसरी तरफ, प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने बुधवार को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से बात कर मदद की पेशकश की है।
बारिश के दौरान जयपुर में कम से कम 12 लोग मारे गए हैं। शहर के सोडाला इलाके में करंट लगने से दो लोगों की मौत हो गई। जबकि घाट की गुनी इलाके में दो बच्चे पानी में बह गए। वहीं, भट्टा बस्ती में बारिश के चलते दीवार गिर गई और दीवार के मलबे में दो बच्चे जिंदा दफन हो गए।
जयपुर की मेयर ज्योति खंडेलवाल ने बुधवार को मीडिया को जानकारी दी है कि जयपुर के मुख्य बाज़ारों के अलावा जवाहर नगर, शास्त्री नगर और सोडाला की झुग्गी बस्तियां सबसे ज़्यादा प्रभावित हुई हैं। खंडेलवाल ने बताया, 'जयपुर नगर निगम के आपदा प्रबंधन विभाग के सभी सीनियर अफसर शहर के अलग-अलग इलाकों में तैनात हैं और जिन इलाकों में पानी भर गया है, वहां पंप लगाकर पानी निकाला जा रहा है।' लेकिन कई लोगों को नगर निगम के इंतजामों से शिकायत है। ये लोग पंप न मिल पाने की शिकायत कर रहे हैं।
बारिश का पानी घरों में भरने (की वजह से देर रात से ही लोग बाढ़ नियंत्रण कक्ष के नंबर लगाते रहे। लेकिन फोन किसी ने नहीं उठाया। तेज बारिश के चलते अस्पतालों में भी अफरातफरी रही। एसएमएस अस्पताल और जेकेलोन में भी पानी भर गया। देर रात तक मरीज इधर से उधर भटकते रहे, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं था। इस घड़ी में भास्कर न्यूजरूम कंट्रोल रूम बन गया। जलमहल के सामने घरों में मानसागर का पानी बिजली के मीटरों तक पहुंच गया। भास्कर की सूचना पर जलमहल क्षेत्र सहित शहर के ज्यादातर इलाकों की पावर सप्लाई बंद कर दी गई। बिजली विभाग के सारे एईएन को फील्ड में भेजा गया।
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
22 अगस्त 2012
जयपुर की 100 कॉलोनियों में पानी भरा
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