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05 जुलाई 2012

ज़हर नहीं रूपये उगल रहा है यह सांप!

जयपुर. वास्तुशास्त्र व तंत्र-मंत्र के नाम पर इंटरनेट के जरिये हो रही दोमुंहे सांप की तस्करी को पकड़ने में पुलिस संसाधनों की कमी की बात कह रही है। इंटरनेट पर इस सांप की तस्करी करने वालों ने बाकायदा अपने फोन नंबर और पते डाल रखे हैं और इस सांप को बेचने के लिए उनके पास मौजूद इस सांप का वजन तथा लंबाई के दावे के साथ प्रोफाइल बना रखे हैं। डीबी स्टार ने इन लोगों से बात की तो इन्होंने इस सांप की कीमत दो करोड़ रुपए तक लगा दी।


दूसरी ओर मौजूदा हालात से लगता है कि शायद सरकारी एजेंसियां, वन विभाग व पुलिस इतनी एक्सपर्ट नहीं है जितने ये तस्कर हैं। या फिर उनमें इन तस्करों पर कार्रवाई करने की इच्छाशक्ति नहीं है, जबकि साइबर एक्सपर्ट राजशेखर राजहरिया के मुताबिक असल में तो इन तस्करों को ट्रेस करने के लिए इंटरनेट लगा एक कंप्यूटर ही चाहिए।

जहां मौजूद इनकी जानकारी हासिल कर पूछताछ की जा सकती है। डीबी स्टार ने तस्करों के प्रोफाइलों से फोन नंबर लेकर कॉल किया तो पता चला कि यह काम ठीक वैसे ही चल रहा है जैसे कोई व्यक्ति किसी मर्केटाइल वेबसाइट से मोबाइल फोन, चश्मा, जूते, कपड़े आदि खरीदते हैं। पेश है ऐसे लोगों से हुई बातचीत-


जो दो करोड़ से कम में बेच रहे हैं उनसे ले लो


अरविंद, चित्तौड़गढ़ रिपोर्टर: अरविंदजी आपके नंबर नेट से मिले हैं।


अरविंद : हां जी, काम बताओ। रिपोर्टर: डबल इंजन चाहिए। कितने का मिलेगा और कहां आना होगा।


अरविंद : मिल जाएगा। ब्राउन कलर का है। जिसका वजन करीब दो किलो आठ सौ ग्राम है। करीब 2 करोड़ रुपए है। रिपोर्टर: डबल इंजन की तो काफी ज्यादा कीमत है। कुछ कम नहीं हो सकतीा? इसके लिए मुझे कहां पर आना पड़ेगा?
अरविंद : यही कीमत लगेगी। इसके लिए आपको चित्तौड़गढ़ आना पड़ेगा। रिपोर्टर- दूसरे तस्कर तो एक-दो लाख रुपए में डबल इंजन देने को तैयार हैं।

अरविंद : फिर उनसे खरीद लो। मेरे पास इससे एक पैसा भी कम नहीं होगा। रिपोर्टर: यदि आप मुझे कम कीमत में नहीं दे रहे तो पुलिस को शिकायत करूंगा। अरविंद :शिकायत ही तो करोगे, कर दो। मेरे पास डबल इंजन नहीं है।


काम छोड़ दिया, दिला देंगे


राजवीर, दिल्ली रिपोर्टर: राजवीरजी आपके नंबर इंटरनेट के माध्यम से मिले थे। मुझे डबल इंजन की आवश्यकता थी? राजवीर : यह काम मैं अब छोड़ चुका हूं। इंटरनेट पर बहुत ऐसे लोग खरीद-फरोख्त करते हैं। उनसे बात करो। रिपोर्टर: किसी दूसरे व्यक्तिसे दिला दो। राजवीर : मैं किसी से पता करता हूं। 15 दिन में मिलेगा तो दिलवा देंगे। एक महीना लगेगा तरुण, अलीगढ़ रिपोर्टर: मुझे डबल इंजन की आवश्यकता थी। आपसे मिलना चाहता हूं? तरुण: अभी नहीं है। मिलकर क्या करोगे। रिपोर्टर: कब तक मिलेगा और कीमत क्या होगी? तरुण: एक माह में मिल जाएगा। कीमत उस समय ही तय की जाएगी। आपको कितने वजन का चाहिए। रिपोर्टर: दो किलो और ब्राउन कलर का। तरुण : ठीक है।


किसी ने गलत नाम डाल दिया अंकित परिहार, कोटद्वार (उत्तराखंड) रिपोर्टर: आपके नंबर इंटरनेट से मिले थे। डबल इंजन चाहिए। अंकित : मेरा नाम-पता व मोबाइल नंबर किसी ने गलत वेबसाइट पर डाल दिए हैं। मैं इस प्रकार का कोई काम नहीं करता हूं। कुछ दिन बाद बात करना राहुल आर्य, भोपाल रिपोर्टर: मुझे डबल इंजन चाहिए? राहुल : इसके लिए कुछ दिनों बाद बात करना। रिपोर्टर: इंटरनेट पर तो आपके नाम की प्रोफाइल में 4 किलोग्राम तक के डबल इंजन उपलब्ध होने की बात कही जा रही है? राहुल : यह सब गलत है। पड़ताल के लिए संसाधन चाहिए


इंटरनेट के माध्यम से हो रही वन्यजीवों की तस्करी के लिए हमें संसाधनों की जरूरत है। इसके लिए साइबर क्राइम थाना खुलना विचाराधीन है। फिर भी ऐसे लोगों पर कार्रवाई के लिए जल्द ही पड़ताल करेंगे।


-शरद कविराज,एसपी व साइबर क्राइम विशेषज्ञ

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