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11 जुलाई 2012

पेशाब पर बयान: अग्निवेश अड़े, BKKS ने दी अंजाम भुगतने की धमकी




नई दिल्‍ली। विश्व भारती यूनिवर्सिटी अपने यहां पढ़ने वाली बच्ची के कथित तौर पर पेशाब पीने के मामले पर पर्दा डालने की कोशिश कर रही है। यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार ने एक निजी टीवी चैनल से बातचीत में पूरे मामले को 'छोटी घटना' करार दिया। आरोपी वॉर्डन को बर्खास्त किए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अगर पीड़ित बच्ची वॉर्डन को दोषी साबित कर देगी तो विश्वविद्यालय प्रशासन वॉर्डन पर कार्रवाई करेगा। पश्चिम बंगाल पुलिस ने विश्व भारती यूनिवर्सिटी की पीड़ित लड़की का मेडिकल टेस्ट कराने का फैसला किया है।


दूसरी तरफ, विश्व भारती हॉस्‍टल के वॉर्डन के पक्ष में उतरना स्‍वामी अग्निवेश को महंगा पड़ सकता है। देश भर में उनके इस कदम की निंदा हो रही है और कुछ लोग उन्‍हें धमकी भी दे रहे हैं। भगत सिंह क्रांति सेना (बीकेकेएस) ने कहा है कि यदि अग्निवेश 24 घंटे के अंदर माफी नहीं मांगते हैं तो अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहें। वहीं, ट्विटर पर उनके बयान का जमकर मजाक उड़ाया जा रहा है।
लेकिन अग्निवेश बयान पर कायम हैं। उन्‍होंने वार्डन का पक्ष लेते हुए उन्‍हें सही ठहराया है। वॉर्डन पर आरोप है कि उन्‍होंने एक लड़की को उसे अपना पेशाब चाटने की सजा दी थी। यह सजा बिस्‍तर गीला करने के लिए थी। इस खबर को पूरे देश की मीडिया में 'शर्मनाक घटना' के तौर पर रिपोर्ट किया गया। वॉर्डन को भी सस्‍पेंड कर दिया गया है।
पूरे देश में वॉर्डन की किरकिरी हो रही है, लेकिन स्‍वामी अग्निवेश ने कहा है कि वॉर्डन की मामूली सलाह को लेकर पहले बच्‍ची के माता-पिता और फिर मीडिया ने बवाल मचाया, यह दुखदायी है।
दैनिकभास्‍कर डॉट कॉम से बातचीत में बुधवार को अग्निवेश ने कहा कि जैसे घर में मां-बाप बच्‍चों को सलाह देते हैं, वैसे ही वॉर्डन ने सलाह दी होगी। लेकिन मीडिया ने जबरदस्‍ती इस इश्‍यू को खड़ा कर दिया। जबकि देश में इससे गंभीर इश्‍यू हैं। जिन पर मीडिया को चर्चा करना चाहिए।
विश्व भारती यूनिवर्सिटी के तहत चलने वाले स्कूल में पांचवीं क्‍लास की स्‍टूडेंट को अपना पेशाब पीने के लिए मजबूर किए जाने का मामला सामने आने के बाद हॉस्टल की वॉर्डन उमा पोद्दार को पुलिस ने हिरासत में ले लिया था।
स्‍वामी अग्निवेश कहते हैं, 'उसे ऐसा करने के लिए कहा गया, न कि जबरन कराया गया। उसके हाथ बंधे नहीं थे और न ही उसके मुंह में जबरन पेशाब डाला गया।' अग्निवेश के मुताबिक वैसे भी पेशाब पीना पारंपरिक चिकित्‍सा पद्धति का हिस्‍सा है।
लड़की के पिता ने इस मामले में बोलपुर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत के बाद पुलिस ने वॉर्डन को गिरफ्तार कर लिया। लेकिन बाद में उसे कोर्ट ने जमानत पर रिहा कर दिया। विश्व भारती विश्वविद्यालय ने उमा पोद्दार नाम की वॉर्डन को सस्पेंड कर दिया है। लेकिन इस मामले की गूंज प्रधानमंत्री के दफ्तर तक पहुंच गई है। राज्‍य सरकार से लेकर प्रधानमंत्री कार्यालय तक ने पूरे मामले पर रिपोर्ट मांगी है। विश्व भारती के संचालकों ने मामले की जांच के लिए चार सदस्यीय टीम गठित की है। संचालकों ने छात्रा के माता-पिता व अन्य पर हॉस्टल में जबर्दस्ती घुसने की रिपोर्ट भी लिखाई है। राष्‍ट्रीय बाल संरक्षण अधिकार आयोग (एनसीपीसीआर) ने संस्‍थान से इस बारे में सफाई मांगी है और रिपोर्ट पेश करने को कहा है

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