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04 जून 2012

इस किले को मिला था शाप, इस पर हर साल गिरती है बिजली

रांची. राजधानी से लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर पिठौरिया गांव में स्थित राजा जगतपाल सिंह का किला खंडहर बन चुका है। मान्यता और मिथक यह है कि यह एक शापित किला है। यहां हर साल बिजली गिरती है। किले के खंडहर में तब्दील होने का मुख्य कारण बिजली गिरना ही है। हालांकि, साइंटिस्ट्स के अनुसार किले के आसपास ऊंचे पेड़ होने के कारण ही बिजली यहां गिरती है।

पिठौरिया स्थित परगनैत (देखभाल करने वाला) जगतपाल का किला लगभग 200 वर्ष पुराना है। वज्रपात होने के कारण यह किला पूरी तरह खंडहर में तब्दील हो गया है। दिन में भी स्थानीय लोग इस किले के अंदर नहीं जाते हैं। डीबी स्टार की टीम ने बुधवार को इस किले का मुआयना किया। स्थानीय बुजुर्गों से बात करने पर जो बातें सामने आई हैं, साइंस एंड टेक्नोलॉजी के जमाने में इस पर विश्वास नहीं होता, लेकिन लोगों का ऐसा ही मानना है। डीबी स्टार ने इसकी वैज्ञानिक सच्चाई सामने लाने की कोशिश की।

जियो-साइंटिस्ट नीतिश प्रियदर्शी के अनुसार किले में बिजली गिरने का प्रमुख कारण ऊंचे पेड़ हैं। आसपास के पहाड़ पर आयरन(लौह तत्व) की बहुलता भी बिजली को आकर्षित करती है।

कौन थे जगतपाल सिंह

पिठौरिया मुंडा और नागवंशी राजाओं का केंद्र रहा है। 1831-32 में कोल विद्रोह के दौरान यह गांव चर्चा में आया। यहां के परगनैत जगतपाल सिंह के पास 84 गांवों की जागीर थी। आरयू के सेवानिवृत प्रोफेसर डॉ. बीपी केसरी बताते हैं कि जगतपाल ने भलाई के बहुत सारे काम किए, लेकिन कथा है कि उसकी एक गलती ने खलनायक बना दिया । अंग्रेजों को दी थी मदद

छोटानागपुर की भौगोलिक स्थिति के कारण अंग्रेजों को यहां अपना पांव फैलाने में काफी परेशानी हो रही थी। ऐसी स्थिति में अंग्रेज अधिकारी थॉमस विल्किंसन को जगतपाल का सहयोग मिला। 1857 के विद्रोह के समय जब ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव ने अंग्रेजी हुकूमत को उखाड़ फेंकने के लिए आक्रमण करना चाहा, तो जगतपाल सिंह ने पिठौरिया घाटी को पत्थरों से बंद करके अंग्रेजों की रक्षा की थी।

परदादा ने दिया था शाप

जगतपाल सिंह अंग्रेजों के मददगार थे। उन्हीं की गवाही के कारण मेरे परदादा ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव को फांसी हुई थी। उन्होंने फांसी से पहले जगतपाल को शाप दिया था कि उनका वंश खत्म हो जाएगा। इसके साथ जब तक किला खंडहर नहीं हो जाता वज्रपात होता रहेगा। वहां वज्रपात इसी शाप का नतीजा है। - ठाकुर नवीननाथ शाहदेव, परपोता, शहीद ठाकुर विश्वनाथ शाहदेव.

बरसात में लगता है डर

बरसात के समय जब भी बिजली कड़कती है, तो डर लगता है। यह किला बिजली गिरने के कारण ही खंडहर बन गया है। हमारे पूर्वजों के अनुसार यहां के परगनैत को शाप मिला था, जिसके कारण किले में बिजली गिरती है। - मोहन कुमार केसरी, बुजुर्ग.

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