जोधपुर.मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बुधवार को राजकीय विमान से दोपहर दो बजे जोधपुर आए। उनके जोधपुर पहुंचने पर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष डॉ.चंद्रभान सहित कई पार्टी नेताओं ने उनका स्वागत किया। वे एयरपोर्ट से सीधे उम्मेद उद्यान स्थित जनाना गार्डन पहुंचे, जहां अपने भानजे रणवीरसिंह कच्छवाह के पुत्र राजवीर सिंह के मायरा कार्यक्रम में शरीक हुए। यहां पर उनकी पत्नी सुनीता गहलोत मौजूद थीं। वे पत्नी और परिवार के सदस्यों के बीच कुछ देर बैठे। इसके बाद सर्किट हाउस में विश्राम के लिए आ गए।
मनुहार का लिफाफा नहीं लिया
जनाना गार्डन में राजवीर सिंह की शादी से पूर्व आयोजित मायरा कार्यक्रम में जब दूल्हे के ननिहाल पक्ष वाले मनुहार का लिफाफा लेकर आए तो उन्होंने हाथ जोड़कर विनम्रता से इनकार कर दिया।
बारात व शादी में शामिल
मुख्यमंत्री शाम करीब छह बजे महामंदिर स्थित अपने भानजे रणवीरसिंह कच्छवाह के निवास पर पहुंचे और उनके बेटे की बारात में शामिल हुए। बारात में गहलोत सादे लिबास में थे, जबकि उनकी धर्मपत्नी सुनीता गहलोत गुलाबी रंग के परिधान में व पुत्र वैभव सजधज कर आए। इससे पहले गहलोत ने अपनी बहन विमलादेवी से मुलाकात की और काफी देर तक उनके पास बैठे रहे। इसके बाद उन्होंने दूल्हे को आशीर्वाद दिया और परिजनों के साथ फोटो भी खिंचवाए।
यहां पर उन्होंने अपने भानजे जसवंत सिंह कच्छवाह, बड़े भाई कंवरसेन व अग्रसेन गहलोत, दामाद अतुल सांखला, पूर्व मंत्री राजेंद्र गहलोत सहित अन्य परिजनों से मुलाकात की। इसके बाद वे महामंदिर चौराहे तक बारात में पैदल चलते रहे। इस दौरान उन्होंने रास्ते में क्षेत्रवासियों से भी मुलाकात की। महामंदिर चौराहे पर वे गाड़ी में बैठकर पावटा में एक शादी में शरीक होने गए। वहां से फन वल्र्ड आए, जहां राजवीर की शादी में शामिल हुए। वहां से रात करीब दस बजे एयरपोर्ट गए और जयपुर प्रस्थान कर गए।
मनुहार का लिफाफा नहीं लिया
जनाना गार्डन में राजवीर सिंह की शादी से पूर्व आयोजित मायरा कार्यक्रम में जब दूल्हे के ननिहाल पक्ष वाले मनुहार का लिफाफा लेकर आए तो उन्होंने हाथ जोड़कर विनम्रता से इनकार कर दिया।
बारात व शादी में शामिल
मुख्यमंत्री शाम करीब छह बजे महामंदिर स्थित अपने भानजे रणवीरसिंह कच्छवाह के निवास पर पहुंचे और उनके बेटे की बारात में शामिल हुए। बारात में गहलोत सादे लिबास में थे, जबकि उनकी धर्मपत्नी सुनीता गहलोत गुलाबी रंग के परिधान में व पुत्र वैभव सजधज कर आए। इससे पहले गहलोत ने अपनी बहन विमलादेवी से मुलाकात की और काफी देर तक उनके पास बैठे रहे। इसके बाद उन्होंने दूल्हे को आशीर्वाद दिया और परिजनों के साथ फोटो भी खिंचवाए।
यहां पर उन्होंने अपने भानजे जसवंत सिंह कच्छवाह, बड़े भाई कंवरसेन व अग्रसेन गहलोत, दामाद अतुल सांखला, पूर्व मंत्री राजेंद्र गहलोत सहित अन्य परिजनों से मुलाकात की। इसके बाद वे महामंदिर चौराहे तक बारात में पैदल चलते रहे। इस दौरान उन्होंने रास्ते में क्षेत्रवासियों से भी मुलाकात की। महामंदिर चौराहे पर वे गाड़ी में बैठकर पावटा में एक शादी में शरीक होने गए। वहां से फन वल्र्ड आए, जहां राजवीर की शादी में शामिल हुए। वहां से रात करीब दस बजे एयरपोर्ट गए और जयपुर प्रस्थान कर गए।