यह है मामला
कोर्ट के हस्तक्षेप पर पुलिस ने गत वर्ष 25 मई को ममता के पति समेत ससुराल पक्ष के पांच सदस्यों पर धोखाधड़ी, रेप व दहेज उत्पीड़न का केस दर्ज किया था। नरेश की शिकायत है कि साल बीत जाने के बावजूद पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया। इस बीच आरोपियों की उच्च अदालतों में जमानत की याचिकाएं भी खारिज हो गईं। नरेश के अनुसार जब तक सभी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर लिया जाता तब तक वह टावर पर ही रहेगा। उसने धमकी दी है कि गिरफ्तारी न होने पर 13 जून को सुसाइड कर लेगा।
पुलिस ने लगाया जाल
युवक के टावर पर चढ़कर सुसाइड की धमकी देने पर पुलिस प्रशासन सचेत हुआ। इस बीच टावर के आसपास जाल लगाया गया है, वहीं नरेश को समझाने की भी कोशिश की गई। डीएसपी अनिल कुमार व एसएचओ गुरदयाल सिंह ने ममता व उसके परिजनों से बात की।
बर्बादी की कहानी, ममता की जुबानी
11 मार्च 2007 को यमुनानगर निवासी धर्मवीर सिंह के साथ ममता की शादी हुई थी। उनके दो बच्चे हैं। बड़ी बेटी लोहिनी पिता के पास जबकि सवा साल का बेटा ममता के पास है। 2009 में बेटे के जन्म से पहले धर्मवीर सिंह ने ममता से कहा कि उसे इंग्लैंड जाना है लेकिन विवाहित होने के चलते उसे वीजा मिलने में मुश्किल आ रही है। धर्मवीर ने ममता से कहा कि अगर वे तलाक ले लें तो उसे वीजा मिल जाएगा। उसने ममता को अपने मायके वालों से यह बात गुप्त रखने को कहा। ममता ने धर्मवीर के कहने पर तलाक के कागजात पर साइन कर दिए। तलाक देने के बाद धर्मवीर ने ममता को उसके मायके छोड़ दिया। इस दौरान ही उनके छोटे बेटे का जन्म हुआ।
तलाक के बावजूद फिर आए साथ
मोहाली कोर्ट में 9 सितंबर 2009 को दोनों में तलाक हो गया। इसके कुछ समय बाद धर्मवीर फिर से ममता को घर ले आया। ममता के अनुसार कुछ महीने बाद धर्मवीर का रवैया फिर पहले जैसा हो गया। उससे दहेज के लिए प्रताड़ित किया जाता। जुलाई 2010 में ममता फिर अपने मायके आ गई और परिजनों को जानकारी दी। इस बीच उसके ससुर गुलजार सिंह ने ममता के दोनों भाईयों पर गहने चोरी व ममता की बेटी लोहिनी को किडनैप करने के दो मामले दर्ज कराए। लोहिनी अभी अपने पिता धर्मवीर सिंह के पास ही है। ममता के परिजनों की शिकायत पर धर्मवीर सिंह व उसके परिजनों पर धोखे से तलाक देने के लिए, तलाक के बावजूद शारीरिक संबंध बनाने व दहेज उत्पीड़न के लिए केस दर्ज किए गए।
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