हिन्दू पौराणिक मान्यताओं में बाबा अमरनाथ के दर्शन से मिलने वाला पुण्य काशी और प्रयाग जैसे महातीर्थों से भी ज्यादा बताया गया है। बाबा अमरनाथ की दर्शन यात्रा हिन्दू माह आषाढ़ की पूर्णिमा तिथि से श्रावण माह की पूर्णिमा (रक्षाबंधन) तक चलती है। इस साल प्रतिकूल मौसम के चलते यह यात्रा 25 जून से शुरू होगी।
पवित्र गुफा में बाबा बर्फानी की आरती और पूजा के बाद दर्शन के लिए भक्तों का आना शुरू होता है। बाबा अमरनाथ की यात्रा शुरू होते ही कुछ ही दिनों में शिव भक्ति का यह रंग और गहरा जाएगा।
इस गुफा में आने वाले शिवभक्तों के बीच पापमुक्ति और मोक्ष प्राप्ति के लिए हिम शिवलिंग के दर्शन का महत्व है, जिसे श्रद्धा से भक्त बर्फानी बाबा पुकारते हैं। बाबा बर्फानी के शिव के अद्भुत स्वरूप के अलावा इस गुफा में एक ओर वजह भगवान शंकर और ईश्वरीय सत्ता का प्रत्यक्ष अनुभव कराती है। यह वजह है - इसी गुफा में रहने वाला कबूतर का एक जोड़ा। तस्वीर पर क्लिक कर जानिए इन 2 कबूतरों से जुड़ा रहस्य -
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
14 जून 2012
अमरनाथ के 2 कबूतरों का रहस्य! जानिए कैसे हो गए अमर
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