खाना खाने के दौरान कुछ छोटी-छोटी बातें हैं जिनका हमें ध्यान रखना चाहिए। खाना हमारे जीवन की अनिवार्य आवश्यकता है। शरीर को ऊर्जा भी और इसी से मिलती है। इसी बात को देखते हुए ऋषि-मुनियों और विद्वानों द्वारा भोजन के लिए कई नियम बनाए गए हैं। इनका पालन करने पर शारीरिक ऊर्जा के साथ ही आत्मिक बल भी प्राप्त होता है।
खाना खाते समय बात ना करें,चुपचाप शांति से भोजन करें। हालांकि आज के दौर में इस बात ध्यान रख पाना बहुत मुश्किल हो गया है।
आजकल ज्यादातर लोगों के पास मोबाइल है लेकिन यही मोबाइल जब खाना खाते समय बज उठता है तो ध्यान खाने से हटकर मोबाइल में चला जाता है। व्यक्ति खाना छोड़कर मोबाइल पर बात करने लगता है,ऐसा करना स्वास्थ्य की दृष्टि से गलत है। ऐसा करने पर ना तो हम खाना ठीक से खा पाते हैं और ना ही हमारा पाचन तंत्र भोजन को उचित ढंग से पचा पाता है। इसी वजह से पूरे समय आलस्य बना रहता है, ठीक से नींद नहीं आती है और पेट भी साफ नहीं रह पता है।
ये सभी बातें सीधे-सीधे बड़ी बीमारियों को निमंत्रण देने जैसा ही है। इसलिए भोजन करने के दौरान अगर मोबाइल बजता है और कॉल जरुरी न हो तो पहले पहले खाना खाएं, इसके बाद ही फोन पर या किसी अन्य व्यक्ति से बात करें। जहां तक संभव हो भोजन के समय मौन रहें ।
हिंदू धर्म शास्त्रों के अनुसार भी खाना खाते समय बात करना अशुभ माना जाता है। भोजन के समय मौन न रहने से मां अन्नपूर्णा की कृपा प्राप्त नहीं हो पाती है। अन्न को भी देवता ही माना जाता है,भोजन करने के दौरान बात करना अन्न देवता के अपमान के सामान है। ऐसा करने पर दरिद्रता का सामना करना पड़ सकता है।
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
04 मई 2012
खाना खाते समय नहीं करना चाहिए ये काम, क्योंकि...
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