रायपुर .सुकमा के अगवा कलेक्टर एलेक्स पाल मेनन के मामले में अब एक नया मोड़ आ गया है। रिहाई के बाद वार्ताकारों ने मीडिया से कहा कि सौदेबाजी के तहत तीन माओवादियों को रिहा किए जाने की बात है जबकि मुख्यमंत्री रमन सिंह ने इससे साफ इंकार किया है। सिंह ने एक प्रेस कांफ्रेंस में इस बात से भी इंकार किया माओवादियों को तीस करोड़ रुपये की फिरौती दी गयी है।
मेनन मामले में वार्ताकार रहे बी डी शर्मा और प्रोफेसर जी हरगोपाल ने संवाददाताओं से कहा कि कलेक्टर को छोड़ने के बदले में तीन माओवादियो को रिहाई की बात हुई है लेकिन डा सिंह ने इससे इंकार कर दिया।
उन्होंने कहा राज्य में सलवा जुडुम और ग्रीन हंट आपेरशन का कोई अस्तित्व नहीं है ।डा. सिंह ने कहा कि वह यह स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि ये दोनों ही चीजें राज्य में नहीं है। सलवा जुडुम एक आंदोलन था और कुछ लोग इससे जुड़े भी लेकिन मौजूदा समय में ऐसा कुछ नहीं है।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि माओवादियों से कोई सौदेबाजी नहीं की गयी है और दोनों पक्षों के बीच हुआ समझौते का प्रारूप सरकार की वेबसाइट पर डाल दिया गया है।
उधर 13 दिन बाद मेनन आज सुबह सुकमा स्थित अपने आवास पहुंच गये। जहां घर पर मौजूद परिजनों ने उनकी आरती उतार कर स्वागत किया । हरे रंग की जींस और सफेद शर्ट पहने मेनन काफी खुश नजर आ रहे थे।
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
04 मई 2012
तीन नक्सलियों या 30 करोड़ रुपये के बदले रिहा हुए डीएम? 'डील' पर बढ़ा सस्पेंस
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