नई दिल्ली. भारत के दूसरे परमाणु परीक्षण की 14वीं बरसी से ऐन पहले पाकिस्तान ने परमाणु क्षमता वाली हत्फ-3 बैलेस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया तो पूर्व अमेरिकी सांसद ने भारत के परमाणु कार्यक्रम पर सवाल खड़े कर दिए हैं। भारत ने 11 मई और 13 मई 1998 को राजस्थान के पोखरण में पांच परमाणु परीक्षण किए थे। बीते महीने भारत ने इंटर कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-5 का परीक्षण किया।
कैलिफोर्निया से नौ बार सांसद रह चुकीं डेमोक्रेट नेता जेन हरमैन ने ‘लॉस एंजिलिस टाइम्स’ में एक लेख के जरिये अपनी आपत्ति जाहिर की है। अमेरिकी संसद की सुरक्षा मामलों की कई समितियों में शामिल रह चुकीं हरमैन ने कहा है कि 2008 में भारत-अमेरिकी परमाणु करार को लेकर वह बेहद चिंतित थीं। इस करार के चार साल बाद भारत की ओर से परमाणु मिसाइल का परीक्षण किए जाने से हरमैन की चिंता और भी बढ़ गई है।
हरमैन इस करार का विरोध करने वाले 59 सांसदों में से एक थीं। उन्होंने भारत के परमाणु कार्यक्रम को अमेरिकी सरकार की ओर से हरी झंडी मिलने पर भी चिंता जताई है।
इससे पहले, पाकिस्तान ने गुरुवार को परमाणु क्षमता वाली हत्फ-3 बैलेस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया। यह मिसाइल 290 किलोमीटर तक मार करने में सक्षम है। इसे गजनवी नाम भी दिया गया है।
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