भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की कार्रवाई, मानवाधिकार विभाग में तैनात है आरोपी, जांच बदलवाने के बदले दस हजार रुपए लिए
जयपुर. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की स्पेशल जांच दल ने मंगलवार को मानवाधिकार, सीआईडी (सीबी) के आईजी एन. मोरिस बाबू के निजी सहायक राजेंद्र शर्मा को दस हजार रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
आईजी (एसीबी) उमेश मिश्रा ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी राजेंद्र शर्मा दुर्गापुरा में शांति नगर का रहने वाला है। वह पुलिस हैडक्वार्टर में आईजी मोरिस बाबू का निजी सहायक है। उनके खिलाफ बीकानेर की रहने वाली विनोद राठौड़ ने शिकायत दर्ज कराई थी। राठौड़ ने आरोप लगाया था कि उन्होंने महिला पुलिस थाना बीकानेर में महिला अत्याचार से संबंधित केस दर्ज कराया था।
पुलिस के कार्रवाई नहीं करने पर विनोद ने मामले की जांच किसी अन्य जांच अधिकारी को स्थानांतरित करने के लिए एक लिखित पत्र पुलिस हैडक्वार्टर के मानवाधिकार विभाग में लगाया था। तब राजेंद्र शर्मा ने अन्य जांच अधिकारी को मामले की पत्रावली ट्रांसफर करने के आदेश करवाने की एवज में 10 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी।
शिकायत का सत्यापन होने पर एसीबी के एएसपी मनीष त्रिपाठी के नेतृत्व में टीम ने मंगलवार को राजेंद्र शर्मा को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)