तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
04 मई 2012
अपने क्षेत्र में अमन चेन सुकून और सद्भाव के प्रयासों में जुट गए है नवनियुक्त कोटा ग्रामीण पुलिस अधीक्षक विकास पाठक
जी हाँ दोस्तों आप है विकास पाठक भारतीय प्रशासनिक सेवा के दबंग और तेजतर्रार अधिकारी जिन्हें हाल ही में राजस्थान सरकार ने कोटा ग्रामीण क्षेत्र में पुलिस अधीक्षक की ज़िम्मेदारी सोंपी है .............अपनी अल्प आयु में ही उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले से एक लक्ष्य निर्धारित कर आई पी एस बनने का सपना सजोये विकास पाठक ऐसे अधिकारी है जिन्होंने खुद आई पी एस बनने का सपना देखा था लेकिन अब उनके घर में एक ही छत के नीचे दो आई पी एस अधिकारी है यानी विकास पाठक की शरीके हयात भी आई पी एस है और कोटा के ही निकटवर्ती जिले बूंदी में पुलिस अधीक्षक के पद पर तेनात है ......विकास पाठक को अपने कार्यकाल में सुकून अमन और कानून का राज पसंद है और इसीलियें विकास जी अपने सीनियर्स का बहुत आदर सम्मान करते हुए उनसे बहुत कुछ सीखना चाहते है ..... निरंतर उनके अनुभव का लाभ लेकर विकास पाठक ने अपनी छवि एक कामयाब पुलिस अधिकारी के रूप में बना ली है ..विकास पाठक ऐसे पहले नवयुवक अधिकारी हैं जिन्होंने कोटा ग्रामीण पुलिस अधीक्षक का कार्यभार सम्भालते ही .......ग्रामीन क्षेत्र के कस्बों और गाँवों में पल रहे अपराधों और अपराधियों का सर्वेक्षण शुरू कर दिया है और शांति भंग या विवादों के कारणों को खोजना शुरू करते हुए किस क्षेत्र के लोगों की क्या समस्या है.. यहाँ की पुलिसिंग किस तरह की है... यहाँ किस समस्या का स्थाई समाधान केसे क्या जा सकता है ...के बारे में रिसर्च शुरू कर दी है ..विकास पाठक अपने क्षेत्र में शान्ति ..अमन ..सद्भाव और कानून का राज चाहते है वोह पुलिसियों को भी इस बात की इजाज़त नहीं देना चाहते के जनता पर ज़ुल्म ज्यादती की जाए और झूंठे मुकदमे दर्ज कर उन्हें फंसाया जाए जनता को परेशान करने और पुलिस संरक्षण में अपराध पनपाने वाले पुलिसकर्मियों को वोह चिन्हित करने में लगे है और निश्चित तोर पर उन्हें पहले चेतावनी और फिर नही माने तो उन्हें कडा सबक तो लेना ही होगा ..दूसरी तरफ विकास पाठक अपने क्षेत्र में गुंडा गर्दी का बोलबाला भी नहीं चाहते अपराधी चाहे छोटा हो चाहे बढा चाहे सफ़ेद पोश हो चाहे प्रभावशाली... उनके लियें समान है वोह किसी भी अपराधी को किसी भी सूरत में बख्शने को तय्यार नहीं है चाहे वोह कितनी ही पहुंच और सिफारिश वाला हो ....कोटा ग्रामीण क्षेत्र में उनके कार्यभार सम्भालते ही पुलिस उत्पीडन से कुछ लोगों ने राहत की सांस ली है और कुछ पुलिस कर्मी जो अपराध पनपा कर रूपये एंठते थे उनमे भगदड़ मच गयी है ..विनोद पाठक अपने इलाके के सन्वेदनशील क्षेत्रों में विवाद के कारण और निवारण को लेकर काफी गम्भीर है और वोह अपने तरीके से इस निस्तारण को लेकर काम कर रहे है उनके लियें ना काहू से बेर ना काहू से दोस्ती का प्रमुख सिद्धांत है और कर्तव्यनिष्ठा इमानदारी निर्भीकता महानत और लगन ही उनकी ड्यूटी का प्रथम लक्ष्य है ..इश्वर उन्हें कानून व्यवस्था स्थापित कर अमन सुकून और शान्ति सद्भाव बनाये रखने में कामयाब करे और अपराधियों में दर आम जान में पुलिस का विशवास का नारा इनके इलाके में बुलंद हो यही इनकी कामना है और इनसे जुड़े लोगों की दुआ है ........अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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