यूनिवर्सिटी ऑफ़ कैलिफ़ोर्निया शोधकर्ता के मुताबिक कुछ लोगों का ब्रेन बहुत जल्द ही किसी वस्तु के प्रभाव में आ जाता है। एल्कोहल मस्तिष्क में एक रासायनिक स्विच की तरह व्यवहार करता है, जो हमारी स्मरणशक्ति को इनकोड करता है जिसके संपर्क में आते ही इंसान अपनी बातों को रिकॉल करता है और उसकी जुबान पर वो सबकुछ आ जाता है जो शायद अपने दिल में छुपा कर रखता है।
हालांकि यह बात सब पर लागू नहीं होती है। 100 में से 40 प्रतिशत लोगों पर यह बातें लागू होती है। शोध में कहा गया है कि शराब पीने के बाद कुछ लोग दूसरों की अपेक्षा बिल्कुल ही असामान्य व्यवहार करते हैं, क्योंकि दारू उनके मस्तिष्क को अधिक प्रभावित करता है। जबकि कुछ लोग सामान्य दिनों की ही तरह व्यवहार करते हैं, क्योंकि यह सब कुछ स्वत: नियंत्रण, ध्यान और मस्तिष्क की कार्यप्रणाली पर निर्भर करता है।
ऐसे लोग अक्सर दारू पीने के बाद गहरी नींद में सो जाते हैं। लेकिन जो लोग नशे में ऊंट-पटांग हरकत करते हैं वो जब सोकर उठते हैं तो वो यह याद कर पाने में असक्षम होते हैं कि उन्होंने नशे में क्या कहा था।
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