गांव के सरपंच चुनाराम फौजी ने बताया कि सुबह करीब साढ़े सात बजे गांव के कुछ युवक खेत में जा रहे थे तभी रोड के किनारे रखे एक थैले से बच्चे के रोने की आवाज आने पर उन्होंने सरपंच को सूचना दी। मौके पर पहुंचे ग्रामीण व सरपंच उसे फागलवा अस्पताल लेकर आए।जहां से सीकर रैफर कर दिया गया। एसके अस्पताल में नवजात बच्ची का इलाज जारी है।
शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ अशोक कुमार ने बताया कि बच्ची करीब साढ़े सात महीने में ही जन्मी हुई है और प्रसव भी घर पर ही हुआ है। बच्ची का वजन कम है और ठंडी हो रही थी। इस कारण उसे वार्मर पर रखा गया है। प्रसव भी सुबह ही हुआ है। इस संबंध में पुलिस में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
सफेद रंग की जीप पर शक
सरपंच के मुताबिक मौके पर पहुंचे युवकों ने कुछ देर पहले ही एक सफेद रंग की जीप को देखा था। जो वापस मुड़कर आई थी और उसमें महिला भी लेटी हुई थी। इस आधार पर ग्रामीणों व पुलिस का शक आस पास के गांवों पर ही जा रहा है।
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