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27 फ़रवरी 2012

आरएसएस में होगा बड़ा बदलाव!


भोपाल। होली के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की नई अखिल भारतीय कार्यकारिणी सामने आ जाएगी। मार्च के दूसरे सप्ताह में नागपुर में होने वाली अभा प्रतिनिधि सभा की बैठक में चुनाव की औपचारिकता निभाई जाएगी। सरसंघचालक के बाद सबसे महत्वपूर्ण माने जाने वाले सरकार्यवाह के पद पर सभी की निगाहें हैं। यह नई कार्यकारिणी परदे के पीछे से भाजपा की 2014 लोकसभा चुनाव की रणनीति और राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी का भविष्य तय करेगी।

सूत्रों के अनुसार प्रचारक प्रमुख की जिम्मेदारी निभा रहे संघ के वरिष्ठ प्रचारक मदनदास देवी के रिटायरमेंट की घोषणा बैठक में हो जाएगी। यदि वरिष्ठता के आधार पर मौजूदा सरकार्यवाह सुरेश भैया जी जोशी को यह जिम्मेदारी दी गई तो सह सरकार्यवाह सुरेश सोनी और दत्तात्रय होसबोले में से किसी एक को सरकार्यवाह बनाया जा सकता है। संघ के भीतर एक समूह सोनी को उनकी वरिष्ठता, पूर्व सर संघचालक केएस सुदर्शन से निकटता और उत्तर भारतीय होने के कारण इसका प्रबल दावेदार बता रहा है। कहा जा रहा है कि 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले संघ का उत्तर भारत में ताकतवर होना राजनीतिक दृष्टि से जरूरी है। संघ के भीतर ही दूसरा समूह सोनी की विवादित छवि के कारण उन्हें यह जिम्मेदारी देने के पक्ष में नहीं है।

दूसरी तरफ पिछले दो-तीन साल में दत्तात्रय होसबोले ने अपनी श्रेष्ठता को साबित किया है। वे मौजूदा संघ प्रमुख मोहनराव भागवत और सरकार्यवाह जोशी के करीबी और चहेते भी हैं। यह समूह सोनी को देवी के स्थान पर प्रचारक प्रमुख बनाने की वकालत कर रहा है। यदि ऐसा हुआ तो जोशी सरकार्यवाह बने रहेंगे और होसबोले को सह सरकार्यवाह के साथ कोई महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख मनमोहन वैद्य और सेवा प्रमुख सीताराम केदिलाय को सह सरकार्यवाह बना कर मुख्य धारा में शामिल किए जाने की चर्चा है।

17 मार्च को होगी घोषणा

आरएसएस में हर तीन साल में अभा प्रतिनिधि सभा (एबीपीएस) की बैठक में सरकार्यवाह के चुनाव की औपचारिकता निभाई जाती है। 15 मार्च से नागपुर में शुरू हो रही एबीपीएस की बैठक में भाजपा की तरफ से राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी और संगठन महामंत्री रामलाल शामिल होंगे। तीन दिन पहले यानी 12 मार्च से संघ के वरिष्ठ पदाधिकारियों की बैठकों का दौर शुरू हो जाएगा। इन्हीं बैठकों में अगले तीन साल की कार्यकारिणी तय हो जाएगी और 17 मार्च को एबीपीएस की बैठक के अंतिम दिन इसकी घोषणा कर दी जाएगी। बताया जाता है कि मध्य क्षेत्र (मप्र और छग) के प्रचारक विनोद कुमार के स्थान पर सह क्षेत्र प्रचारक रामदत्त को यह जिम्मेदारी दी सकती है।

तय होगा गडकरी का भविष्य

एबीपीएस की इस बैठक में भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी का भविष्य तय हो जाएगा। दिसंबर 2012 में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव होना है। बताया जाता है कि संघ का एक बड़ा धड़ा 2014 का लोकसभा चुनाव नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लड़ने के पक्ष में है। बैठक में सीधे तौर पर इस मुद्दे पर चर्चा नहीं होगी लेकिन संघ का नया राष्ट्रीय नेतृत्व ही भाजपा के नए अध्यक्ष का चयन करेगा।

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