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06 फ़रवरी 2012

कैंसर की लड़ाई में जीतना चाहते हैं, तो ये करेंगे आपकी मदद


इंदौर। वर्ल्ड कैंसर रिसर्च फंड (डब्ल्यूसीआरएफ) और द अमेरिकन इंस्टिट्यूट फॉर कैंसर रिसर्च (एआईसीआर) के मुताबिक वानस्पतिक खाद्य पदार्थ कई तरह के कैंसर के खिलाफ सुरक्षात्मक ढाल का काम करते हैं। इनमें भी इसोफैगस, पेट, कोलन, रेक्टम, लिवर, पैंक्रियाज, ओवरी, एंडोमेट्रियम और प्रोस्टेट ग्लैंड के कैंसर प्रमुख हैं। विशेषज्ञों की सलाह है कि कैंसर से जूझ रहे शख्स को अपने भोजन में अच्छी मात्रा में प्रोटीन और कैलोरी देने वाले खाद्य पदार्थ शामिल करने चाहिए।

इसकी वजह यह है कि कैंसर के उपचार में अमल में लाई जाने वाली रेडिएशन, कीमोथैरेपी, हार्मोन थैरेपी और सर्जरी के अनुरूप खान-पान ऐसा होना चाहिए जो न सिर्फ शरीर के ऊर्जा स्तर को बरकरार रखे, बल्कि बीमारी के खिलाफ लड़ाई में प्रतिरोधक क्षमता को भी मजबूती दे। ऐसे में जानते हैं कुछ प्रमुख खाद्य पदार्थो के बारे में, जो कैंसर के खिलाफ लड़ाई में महती भूमिका निभाते हैं।

हरी सब्जियां-

ब्रोकोली, फूलगोभी, बंदगोभी और अंकुरित अनाज में कैंसर से लड़ने वाले एंटी-ऑक्सीडेंट्स की भरमार होती है। इनमें भी ल्युटिन और जिजेंथिन प्रमुख है। ब्रोकोली, बंद गोभी और फूल गोभी में इंडोल-3-कार्बीनॉल नाम का एक रसायन पाया जाता है, जो ब्रेस्ट कैंसर से लड़ाई में महती भूमिका निभाता है। वैज्ञानिकों के मुताबिक खान-पान में हरी सब्जियां और फलों की मात्रा बढ़ाने से कैंसर की आशंका 30 से 40 फीसदी तक कम की जा सकती है।

डाइटरी फाइबर-

फाइबर वेस्ट और टॉक्सिंस को साफ कर उनसे होने वाले रोगों से बचाता है। यह वजन नियंत्रित रखने में भी मदद करता है। मोटापे या ज्यादा वजन से भी कैंसर की आशंका बढ़ती है।

गाजर-

गाजर में फैल्केरीनॉल नाम का एक फैटी अल्कोहल पाया जाता है, जो कैंसर की आशंका कम करता है। यही नहीं, गाजर में मौजूद बीटाकेरोटिन भी कैंसर के खिलाफ शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाता है।

एलियम वेजीटेबल्स-

जर्नल ऑफ द नेशनल कैंसर इंस्टिट्यूट में प्रकाशित एक स्टडी के मुताबिक लहसुन, प्याज और हरे प्याज जैसी एलियम सब्जियां प्रोस्टेट कैंसर की आशंका कम करती हैं। इन सब्जियों में प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले एलियम कंपाउंड पाए जाते हैं।

टमाटर-

टमाटर में लायकोपीन नाम का एंटी-ऑक्सीडेंट पाया जाता है, जो अपने कैंसर विरोधी गुणों के तौर पर जाना जाता है। हालिया अध्ययन बताते हैं कि लायकोपीन का अच्छी मात्रा में सेवन ब्रेस्ट, प्रोस्टेट पैंक्रियाज और कोलोरेक्टल कैंसर की आशंका कम करता है।

सोया उत्पाद-

इससे बने खाद्य पदार्थो में कई तरह के फायटोजट्रोजंस पोषक तत्व पाए जाते हैं। ये कैंसर कोशिकाओं को न सिर्फ बढ़ने से रोकते हैं, बल्कि ब्रेस्ट और प्रोस्टेट कैंसर की आशंका भी कम करते हैं।

अंगूर-

अंगूर में बायोफ्लेवोलॉयड्स पाया जाता है। यह एक किस्म के ताकतवर एंटी-ऑक्सीडेंट तत्व होता है, जो कैंसर को रोकने में प्रभावी भूमिका निभाता है। अंगूर रेजवेराट्रोल का भी अच्छा स्रोत है। यह कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने में मदद करने वाले एंजाइम को रोकने में मदद करता है।

ग्रीन और ब्लैक टी-

इन दोनों तरह की चाय में पॉलिफिनॉल्स होता है। यह कैंसर कोशिकाओं को विभाजित होने से रोकने में कारगर है। इनकी ग्रीन और ब्लैक टी में प्रचुरता होती है। यह कई तरह के कैंसर की आशंका कम करता है।

अंत में-

पोषक खान-पान और उसमें कैंसर से लड़ने में शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करने वाले उक्त खाद्य पदार्थो को शामिल करने से कैंसर के उपचार को गति मिलती है। इसके साथ ही कैंसर से जूझ रहे शख्स को स्वस्थ जीवनशैली अपनाना भी बेहद जरूरी है।

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