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11 फ़रवरी 2012

एक्सीडेंट में एक ही परिवार के 5 जनों सहित 6 की मौत


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कोटा. झांसी से बेटी के विवाह समारोह कर लौट रहे कोटा के एक परिवार की सड़क दुर्घटना में 6 जनों की मौत हो गई। इंडिका कार से परिवार कोटा आ रहा था। इसी दौरान ट्रक ने शनिवार दोपहर बबीना (उप्र) के पास कार को सामने टक्कर मार दी।

परिवार के सदस्यों की मौत की सूचना के बाद खुशी के माहौल में एकाएक गम छा गया। कोटा के रिश्तेदार उनके घर के पास एकत्र हो गए और चर्चा करने लगे। सभी फोन लगाकर उनके बारे में जानकारी लेने लगे। कुछ का कहना था कि ट्रेन से जाते तो कम से कम यह हादसा तो नहीं होता। शुक्र है मझली बेटी तो ट्रेन से गई थी।


रिश्तेदार परमजीतसिंह ने बताया कि सिविल लाइन निवासी सीनियर एडवोकेट राजेन्द्रसिंह सलूजा की छोटी बेटी गुरप्रीत कौर का 6 फरवरी को कानपुर में विवाह हुआ था।

राजेन्द्रसिंह सलूजा (50) व उनकी पत्नी जीत कौर (46), सबसे बड़ी बेटी नीमच निवासी रिंकू (30), दामाद गुरजीत वाधवा (32), दोहिता मनन (11) व ड्राइवर रामप्रस इंडिका कार से छोटी बेटी गुरप्रीत के रिसेप्शन में शुक्रवार तड़के कोटा से झांसी के ललितपुर के लिए रवाना हुए थे।

वहां से रिसेप्शन के बाद शनिवार को घर लौट रहे थे। इसी दौरान बबीना के पास ट्रक ने सामने से कार को टक्कर मार दी। भिडंत इतनी जबर्दस्त थी कि दुर्घटना में कार में सवार 6 जनों की मौत हो गई।


कार में शव बुरी तरह से दब गए थे। कार की बॉडी को काटकर शव निकाले गए। शव का पोस्टमार्टम करा दिया गया है। झांसी से रिश्तेदार बबीना पहुंच गए है। कोटा में रविवार दोपहर करीब 3 बजे तक शव पहुंच जाएगा। सभी की हादसे को देखकर आंखें नम हो गई। पड़ोसी गुरदीपसिंह ने बताया कि राजेन्द्र के तीन बेटियां हैं। सभी बेटियों का विवाह कर दिया था। यह सबसे छोटी बेटी का विवाह हुआ था। मझली बेटी निक्की व उनका परिवार ट्रेन से वहां शामिल हुआ था।

वकीलों में गहरा शोक

कोटा बार एसोसिएशन के महासचिव बृजराजसिंह ने बताया कि वरिष्ठ वकील राजेन्द्र सलूजा की मौत से वकीलों में शोक छा गया। उनके अंतिम संस्कार के बाद ही अवकाश की घोषणा की जाएगी। रविवार को अगर उनका दाहसंस्कार होता है तो निर्णय लेकर सोमवार को शोक सभा रखकर न्यायिक कार्य स्थगित किया जाएगा।

रविवार को नीमच लौटने का था ट्रेन में रिजर्वेशन
राजेन्द्र सलूजा की बड़ी बेटी रिंकी व दामाद गुरजीतसिंह विवाह समारोह में सम्मिलित होने 3 फरवरी से कोटा आए हुए थे। उनका 12 फरवरी का नीमच लौटने का रिजर्वेशन था। इस दौरान झांसी कार में रिसेप्शन में सम्मिलित होने गए थे। राजेन्द्र सात भाइयों में छठे नंबर के थे। गुरमीत आरामशीन का कारोबार संभालता था। उसका इकलौता बेटा मनन भी हादसे में काल का ग्रास बन गया। गुरमीत के बड़े भाई गुरमीतसिंह वाधवा नगर पालिका उपाध्यक्ष और भाजपा के जिलाध्यक्ष के पद पर रहे है। शहर में भाजपा के वरिष्ठ नेता है।

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