आपका-अख्तर खान

हमें चाहने वाले मित्र

23 जनवरी 2012

अजमेर दरगाह बम विस्फोट में शामिल आरोपी इन्द्रेश जी को सरकार बदनाम करती है या ...........

दोस्तों राजस्थान में ख्वाजा साहब की अजमेर दरगाह में निर्दोषों की बम फोड़ कर हत्या की साज़िश में शामिल पुलिस का घोषित अपराधी कल कोटा में आये थे ...जी हाँ राजस्थान सरकार और पुलिस एजेंसियों ने अजमेर बम काण्ड की अनोखी चार्जशीट पेश की है जिसमे भाजपा के मुस्लिम धर्म प्रचारक और आर एस एस के मुख्य नेता भाई इन्द्रेश जी का नाम शामिल है उन्हें इस मामले में आरोपी माना गया है चार्ज शीट में नाम है लेकिन उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया है ..इतना ही नहीं इन्द्रेश जी के वकील ने जब सरकार और नेताओं को मानहानि का नोटिस दिया तो सरकार ने चुप्पी साध ली ...... अब जनाब सरकारी रिकोर्ड में तो दरगाह और वोह भी मुस्लिमों की आस्था के प्रतीक स्थल अजमेर में बम फोड़ कर मुस्लिमों की हत्या करने की साज़िश के आरोपी इन्द्रेश जी तो बन ही गये लेकिन उनकी तीन दिन की हाडोती यात्रा थी उन्हें पहले बारां के मुसलमानों ने गले लगाया ..फिर झालावाड और फिर कोटा के मुसलमानों ने गले लगाया जी हां दोस्तों मुसल्मानों के गले लगाने वाली बात इसलियें कहता हूँ के उनके जहन में इस्लाम की कीमत क्या है यह तो नहीं कह सकते लेकिन उनके नाम मुसलमान जेसे है इसलियें समाज में उन्हें मुस्लिम के नाम से ही जाना जाता है कोटा में भी इन्द्रेश की सेवा कथित हाजियों दादी वालों ने की पहले भी उनकी खिदमत ऐसे लोग करते थे जो शहर काजी और दुसरे तबकों में फिरके फेला कर मुसलमानों को बांटने के कामों में जुट गए है जब से इन लोगों ने इन्द्रेश जी के सम्पर्क में आकर मुसलमानों के जाति समाज ..फिरकों का बटवारा शुरू किया है तबसे इनके मदरसे इनके दारुलुलुम का हुलिया बदल गया है रुपया पैसा कहाँ से आया यह पता नहीं लेकिन यह लोग सिर्फ और सिर्फ कोम को बांटने के कामों में लगे है ..अब भाई जब कथित रूप से नाम से मुसलमान समझे जाने वालों को एक बम विस्फोट के आरोपी बुलाएं उनसे सेवा करवाएं और फिर इनके सामने ही यह कहा जाए के तुम अल्पसंख्यक नहीं हो और फिर यह सभी लोग एक मशीनी मानव की तरह गर्दन हिलाकर उनका समर्थन करे तो फिर ऐसे लोगों को क्या कहिये ..ऐसी सरकार को क्या कहिये के एक तरफ तो वोह इन्द्रेश जी को अजमेर बम विस्फोट की साज़िश में शामिल मानती है और दूसरी तरफ उन्हें गिरफ्तार नहीं करती दोनों में से एक ही बात सच हो सकती है या तो सरकार इन्द्रेश जी से डरती है या फिर सरकार बम विस्फोट में शामिल होने की बात इन्द्रेश जी को बदनाम करने के लियें करती है और उनकी छवि बदनाम करना चाह रही है दोनों में से कोई भी बात सही हो लेकिन इससे सरकार के खोफ्नाक चेहरे का तो अंदाजा तो लगाया ही जा सकता है ....और फिर कोटा में इस घटना के बाद भी कुछ तथा कथित मुस्लिमों का उनसे लगाव उनके सरकार द्वारा माने गये संदिग्ध किरदार को भी झुटलाता नज़र आता है ..इसीलियें कहते है के सरकारों और सरकार में बेठे नेताओं हिदू मुस्लिम की राजनीति न्याय अन्याय की राजनीति और राजनितिक आधार पर लोगों को बदनाम करने की राजनीती बंद करो जो अपराधी है उसे पकड़ो और जो अपराधी नहीं है उसका नाम अगर अपराध शीट में डाल दिया गया है तो अपनी गलती स्वीकार कर उनसे सार्वजनिक रूप से माफ़ी मांगो और अगर ऐसा नहीं है तो फिर इन्द्रेश जी ने सरकार और उनके नुमाइंदों को नोटिस तो दे ही दिया है वोह मुकदमा दर्ज करवा कर दूध का दूध और पानी का पानी क्यूँ नहीं करते यह भी तो सोचने की बात है ..........अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...