कोटा.रावतभाटा रोड स्थित तिरुपति बालाजी मंदिर में किसी अज्ञात भक्त ने 5 लाख का असली हीरा चढ़ाया है। मंदिर के ट्रस्टी विनोद जैन (सर्राफ) ने हीरे के असली होने की पुष्टि की है। जैन के अनुसार हीरे की जांच करवा ली गई है। उसकी बाजार में कीमत करीब पांच लाख रुपए है। भक्त के आग्रह पर मंदिर ट्रस्ट ने हीरे को बालाजी की ठुड्डी में जड़वा दिया है।
मंदिर मैनेजर सुनील गुप्ता ने बताया कि किसी अज्ञात भक्त ने अपनी मनोकामना पूर्ण होने पर पुजारी तरुण को हीरा भेंट कर उसे बालाजी की ठुड्डी में लगाने का निवेदन किया था। भक्त के आग्रह को स्वीकार करते हुए हीरा तिरुपति बालाजी की ठुड्डी में जड़वा दिया गया है।
हाड़ौती में श्रद्धा का केंद्र है मंदिर :
मां चर्मण्यवती के पावन तट पर मौजीबाबा की गुफा के पास स्थित भगवान तिरुपति बालाजी का मंदिर भक्तों की आस्था का केंद्र है। पूर्व में भी यहां पर जिन भक्तों की मनोकामना पूर्ण हुई उन्होंने हजारों-लाखों रुपए बिना नाम बताए ही बालाजी को भेंट किए हैं।
मंदिर का निर्माण 1999 से हुआ था प्रारंभ
इस मंदिर का निर्माण सेठ माणकचंद कैलाशचंद सर्राफ चेरिटेबल ट्रस्ट द्वारा श्री कैलाशचंद सर्राफ ने 1999 में प्रारंभ किया था। जिसकी प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव सन् 2005 के अप्रैल माह में जूनापीठाधीश्वर महामंडलेश्वर 1008 स्वामी अवधेशानंद गिरी महाराज के निर्देशन में हुई थी।
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
26 जनवरी 2012
आंध्र नहीं, कोटा में भी तिरुपति बालाजी, यहां एक भक्त ने चढ़ाई अनोखी भेंट!
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