नवांशहर. बहनजी की बराबरी कोई नहीं कर सकता। इसीलिए मंच पर अकेले बैठती हैं। उनका आसन भी सिंहासननुमा सा है। जो पीछे थे उन्हें कुर्सियां मिलीं। आगे वाले या तो खड़े रहे या मंच के फर्श पर बैठे। ये भी एक तरह का सम्मान है। उनके साथ न सही एक मंच पर ही बैठ पाना। ये मायवती हैं, बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी की मुख्यमंत्री। खरड़ के बाद नवांशहर तक वे महज पंजाब के चुनाव प्रचार को हिट करने नहीं आतीं बल्कि जताने भी आती हैं कि अब दिल्ली में दस्तक देना उनका जैनुइन हक बन चुका है।
सभी फोटो: दीपक कुमार
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