देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद गवर्नमेंट हाउस (आज के राष्ट्रपति भवन) से छह घोड़ों वाली बग्घी में बैठकर दोपहर ढाई बजे समारोह स्थल के लिए रवाना हुए। यहां सिर्फ एक बार ही गणतंत्र दिवस परेड निकली है। यह तस्वीर देश की पहली महिला फोटो जर्नलिस्ट होमाई व्यारवाला ने खींची थी। उनका 15 जनवरी 2012 को 98 वर्ष की उम्र में निधन हुआ।
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
25 जनवरी 2012
होमाई की नजर से कुछ यूं थी पहली गणतंत्र परेड
देश के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद गवर्नमेंट हाउस (आज के राष्ट्रपति भवन) से छह घोड़ों वाली बग्घी में बैठकर दोपहर ढाई बजे समारोह स्थल के लिए रवाना हुए। यहां सिर्फ एक बार ही गणतंत्र दिवस परेड निकली है। यह तस्वीर देश की पहली महिला फोटो जर्नलिस्ट होमाई व्यारवाला ने खींची थी। उनका 15 जनवरी 2012 को 98 वर्ष की उम्र में निधन हुआ।
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