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16 जनवरी 2012

पहले इंसानियत मरी फिर इंसान, जिससे लगाई गुहार वही बना गुनहगार!


कादियां.मां-बाप सड़क हादसे के बाद बेसुध पड़े थे। बेटे को कुछ होश था। जेब से अपना मोबाइल निकाला। घर वालों को फोन लगाकर हादसे की सूचना देनी चाही लेकिन अलफाज गले में ही अटक गए। लोगों की ओर सहायता की नजर से देखा और एक राहगीर को मोबाइल देकर घर वालों को हादसे की सूचना देने की गुहार लगाई। राहगीर ने मोबाइल स्विच आफ किया और मोबाइल लेकर चलता बना। यह शर्मनाक वाकया रविवार रात कादियां के ज्वेलर राकेश लूथरा के परिवार के साथ हुआ।

जानकारी के अनुसार रविवार रात कादियां के मोहल्ला शिवाला चौक के रहने वाले लूथरा ज्वेलर के मालिक राकेश लूथरा(42) अपनी पत्नी शिवांगी(38) और बेटे राघव(15) के साथ रात 10.30 बजे बटाला में अपने रिश्तेदार अशोक लूथरा के भतीजे की मेरिज रिसेप्शन अटेंड करने जा रहे थे कि शाहबाद के नजदीक एक साइकल सवार को बचाते हुए उनकी कार पलट कर एक पेड़ से टकराई। राकेश लूथरा और उनकी पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गए।

बेटा राघव भी गंभीर रूप से घायल हो गया था। सहमे हुए राघव ने मोबाइल पर हादसे से सूचना घर देनी चाही तो मुंह से कोई शब्द नहीं निकला। तब तक लोग इकट्ठे हो चुके थे। सहायता की नजर से लोगों की ओर निहारते हुए एक राहगीर को मोबाइल देकर घर वालों से बात करने को कहा लेकिन राहगीर की इंसानियत मर चुकी थी।

राहगीर ने मोबाइल स्विच आफ किया और मोबाइल भी लेकर चलता बना। फोन पर राघव की बात न होने पर परिजनों ने तुरंत राघव को फोन लगाया लेकिन आग से मोबाइल स्विच आफ सुन परिजनों ने राकेश लूथरा के मोबाइल लगा दिया। राघव ने अपने पिता का मोबाइल निकाला और घर वालों को हादसे बारे जानकारी दी।

हादसे की सूचना मिलते ही परिजन जैसे तैसे घटनास्थल पर पहुंचे और दोनों घायलों को लेकर बटाला रवाना हो गए। बटाला से डाक्टरों से जवाब मिलने पर वे लोग उन्हें अमृतसर के लिए लेकर रवाना हो गए लेकिन वेरका के नजदीक राकेश लूथरा की मौत हो गई, जबकि पत्नी शिवांगी की पहले ही सांसें थम चुकी थीं। राघव लूथरा को भी सिर और बाजू पर चोटें आईं थीं जिसे उपचार के बाद अस्पताल से घर कादियां में लाया गया।

शोक में डूबा कादियां, बाजार बंद

हादसे में लूथरा दंपति की मौत की खबर सुन पूरा शहर शोक में डूब गया और स्वर्णकारों व अन्य दुकानदारों नें अपनी दुकानें बंद रखीं। सोमवार को राकेश व शिवांगी लूथरा के बड़े बेटे करण लूथरा (16) ने अपने माता-पिता की चिता को मुखाग्नि दी।

लूथरा दंपति की अंतिम यात्रा में भाजयुमो के जिला उपाध्यक्ष डा. अजय कुमार छाबड़ा, स्वर्णकार संघ के जिलाध्यक्ष अशोक लूथरा, प्रो. दरबारी लाल, यश चौहान, सतपाल डीलक्स वाले, कश्मीर सिंह राजपूत, मुकेश वर्मा, अश्विनी वर्मा, रमेश वर्मा, राजू जुल्का, वरिंद्र प्रभाकर, नरिन्दर कुमार भाटिया, योगेश सहदेव, नवनीत सेठ, जोगिन्द्रपाल भुट्टो, गुलशन सर्राफ, संजीव सूरी सहित बड़ी संख्या में शहर वासी शामिल थे।

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