तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
14 जनवरी 2012
हमलावर का अपराध नहीं धर्म और जाती देखने वालों जरा गिरेबान में तो झाँक कर देखो तुम कितने देशभक्त हो
दोस्तों किसी भी घटना पर प्रतिक्रिया से पता चलता है की किस व्यक्ति के दिल में किसके लियें कितना जहर भरा है देश में इन दिनों सोशल साइट्स और ब्लॉग पर काफी लोग धर्मनिरपेक्ष और भाईचारे सद्भावना की बातें करते देखे जाते है लेकिन कुछ लोग होते ही इतने बेगेरत है जो अपने गंदे विचार कभी त्याग नहीं सकते और धर्म के नाम पर पेट भरने वाले अपराधिक कार्यवाही कर खुद को धर्म के नाम पर बचाने वालों का एक गिरोह सक्रिय है जो इस देश में गंदी विचारधारा फेला कर इस देश को बर्बाद करने पर लगा है ........... दोस्तों बाबा रामदेव पर पिछले दिनों पुलिस ने हमला किया ..दिग्विजय सिंह ने उनका खुले आम मान मर्दन किया ....अन्ना पर हमला हुआ ..केजरीवाल पर हमला हुआ ........ प्रशांत भूषण पर हमला हुआ ...........शरद पंवार पर हमला हुआ .अडवानी पर हमला हुआ .स्वामी अग्निवेश पर हमला हुआ सभी हमलावर हिन्दू जाती के या फिर सिक्ख समाज के थे और बस हमारे भाइयों ने हमलावर की जाती देख कर प्रतिक्रिया करना प्रारम्भ कर दी ..आप गवाह है के किसी ने भी इन हमलावरों के लियें जातिगत या मजहबी बात को लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं की यहाँ तक के उन्हें देशभक्त बताने की बात कही .........आज बाबा रामदेव पर हमला हुआ .बात अफसोसनाक थी सभी लोग इसकी निंदा करते है लेकिन बाबा समर्थक तो आपे से बाहर है वोह अपने अपने नेकरों में से बाहर आ गये है और बस सोशल साइटों पर भी गंदगी फेलाने लगे है धर्म और मजहब के नाम पर टिप्पणियां कर रहे है अरे भाई देश में बेईमान ..चोर ..घोटालेबाजों और कालाबाजारियों रिश्वतखोरों की सूचि तय्यार कीजिये देखिये देश के गद्दार देश के दुश्मन किस धर्म से जुड़े लोग है बात साफ़ है अपराधी का कोई धर्म और जाती नहीं होती अपराधी तो सिर्फ अपराधी ही होता है लेकिन इन हमलों की प्रतिक्रिया में भेदभाव क्यूँ एक हमलवार की सजा पुरे धर्म पूरी जाती को क्यूँ क्या यह बात बाबा रामदेव खुद अपने समर्थकों को नहीं समझा सकते ..वोह क्यूँ समझायेंगे क्यूंकि उन पर तो खुद पासपोर्ट नकली बनवाने वालों को पनाह देने ..अपने चेले की हत्या कर देने ,,दवाओं में मानव हड्डियों का चूर्ण मिलाने के आरोप लग चुके है लेकिन देश में भ्रष्टाचर खत्म करने कला धन वापसी का मुद्दा उठा कर उन्होंने देश को अपने साथ जोड़ लिया है हम भी उनके साथ इस मुद्दे पर जुड़े है ..तो जनाब यह देश सभी का है किसी के बाप का नहीं क्योंकि इतिहास खुलता है तो फिर नफरत और गद्दारी की कहानियाँ बयान करता है अंग्रेजों की गुलामियों और सरकारी गवाह बनकर लोगों को फंसी पर च्द्वाने की पोलें खोलता है इसलियें जनाब अपराध और अपराधी को सिर्फ एक अपराधिक घटना से ही जोडकर देखिये किसी जाती किस धर्म के नाम से नहीं क्योंके नफरत फेलाने वाले लोग मुट्ठीभर है और धर्मनिरपेक्षता के रक्षक उनसे कई गुना ज्यादा है ऐसे में मेरे इस महान देश का रंग कोई नहीं बिगाड सकता किसी में इतनी मजाल नहीं जो कोई मेरे इस देश की सुक्ख शांति ..एकता ..अपनेपन और प्यार को मटियामेट कर सके इसके पहले ऐसे लोगों को हम समझकर उनकी भूल सुधार करवाकर हमारे साथ लाने की कोशिश करेंगे खुदा हमे कामयाब करे ऐसी आमीन की दुआ आप भी करे ... अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
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