नई दिल्ली.बाबा रामदेव पर स्याही फेंकने वाला कामरान सिद्दिकी शनिवार की सुबह जामिया नगर थाने में पुलिस वालों से यह कहकर गया था कि वह बाबा रामदेव से बटला हाउस एनकाउंटर पर सवाल पूछेगा। यह खबर दिल्ली पुलिस से जुड़े सूत्रों के हवाले से मीडिया में आई है। हालांकि, पुलिस ने इस खबर की आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की है। पुलिस ने कामरान सिद्दिकी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस ने धार्मिक भावनाएं भड़काने और हमला करने से जुड़ी धाराओं में मामला दर्ज किया है। कामरान को कल कोर्ट में पेश किया जा सकता है।बाबा रामदेव ने इस मामले में प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि अभी शुरुआती तौर पर यह साजिश नज़र आ रही है। बाबा रामदेव ने कांग्रेस पर इशारे-इशारे में निशाना साधते हुए कहा, 'अल्पसंख्यक समाज के एक व्यक्ति को तैयार कर एक भगवाधारी पर स्याही फिंकवाई गई है। सांप्रदायिक दंगे करवाने की साजिश है। मेरे कार्यकर्ता भी अल्पसंख्यक हैं। इस समाज से मेरा कोई वैमनस्य नहीं है। अगर अल्पसंख्यक समुदाय को बटला हाउस पर किसी से आपत्ति हो सकती है, तो वह खुद गृहमंत्री ही हैं। उन्होंने इस मुठभेड़ को सही ठहराया है। मेरा बटला हाउस से क्या लेना देना है?' उन्होंने कहा, 'मेरे ऊपर स्याही फेंकने वाले शख्स को यह कैसे पता चला कि मैं बटला हाउस पर बोलूंगा। वह तो स्याही वगैरह लेकर पूरी तैयारी से आया था। इसलिए मुझे इसमें साजिश लग रही है।' बाबा रामदेव ने कहा कि इस मामले की जांच होनी चाहिए। क्या इस घटना से उन पर असर पड़ेगा? इस सवाल के जवाब में बाबा रामदेव ने कहा कि इस घटना से उनके आंदोलन पर कोई असर नहीं पड़ेगा। शनिवार को एक शख्स ने योग गुरु बाबा रामदेव के मुंह पर काली स्याही फेंक कर उनकी तौहीन की। बाबा एक प्रेस कांफ्रेंस कर रहे थे। कांफ्रेंस खत्म होने के बाद जैसे ही वह मंच छोड़ने के लिए तैयार हुए कि एक युवक ने उनके ऊपर काली स्याही फेंक दी। इसके बाद बाबा के समर्थकों ने उसे दबोच लिया और उसकी जम कर पिटाई कर दी। पुलिस की मौजूदगी में भी समर्थक उसे पीटते रहे। थोड़ी देर बाद पुलिस उसे अपने साथ ले गई। स्याही फेंकने वाले युवक ने संसद मार्ग थाने की पुलिस को अपना नाम कामरान सिद्दिकी बताया है। कामरान का कहना है कि वह ओखला का रहने वाला है और रियल कॉज नाम का एक एनजीओ चलाता है। कामरान के बारे में बताया जा रहा है कि वह जामिया नगर इलाके की स्थानीय राजनीति में सक्रिय रहा है और वह पार्षद का चुनाव लड़ने की तैयारी में भी है। पुलिस ने जानकारी दी है कि कामरान से पूछताछ चल रही है और इसके बाद ही उसके खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा। पुलिस ने यह जानकारी भी दी है कि कामरान की आपराधिक पृष्ठभूमि रही है।कामरान सिद्दिकी के भाई मोहम्मद यूनुस सिद्दिकी के मुताबिक उनका भाई बाबा रामदेव को भ्रष्ट मानता है। यूनुस ने इस बारे में बताया, 'मेरे भाई ने कहा कि बाबा रामेदव एक भ्रष्ट व्यक्ति है। रामदेव के समर्थकों ने उसकी नाक तोड़ दी है।' कामरान सुरक्षाकर्मी के रूप में कांस्टीट्यूशन क्लब में हो रहे बाबा के प्रेस कांफ्रेंस में आया था। उसका गुस्सा किस बात को लेकर था, यह पता नहीं चल सका है। रामदेव के प्रवक्ता एसके तिजारावाला ने कहा कि स्याही फेंकने वाले शख्स के हाथ में वायरलेस सेट था। उसके पास एसिड की बोतल भी मिली है। वह खुद को विशेष सुरक्षा अधिकारी बताकर संवाददाता सम्मेलन में आया था। उन्होंने बताया कि वह शख्स किसी नेता का नाम ले रहा था और अल्पसंख्यक समुदाय का बताया जाता है। घटना के बाद बाबा रामदेव ने कहा कि जालिम जुल्म करते रहते हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने काला धन मांगा था, लेकिन काली स्याही मिली। उन्होंने कहा कि जिनका जीवन देश के लोगों की भलाई के लिए है, उस पर काली स्याही फेंक देने से उसके चरित्र पर कोई असर नहीं होता। बाबा ने कहा कि वह पूरी प्रामाणिकता, दृढ़ता के साथ अपनी लड़ाई जारी रखेंगे। बाबा ने कहा कि उन्होंने आखिर ऐसा क्या किया है जो उनके साथ इस तरह का सुलूक हो। बाबा ने पत्रकारों से कहा कि जो भी सच होगा, सामने आ जाएगा। इससे पहले पत्रकार सम्मेलन में बाबा ने कहा कि वह एक बार फिर भारत स्वाभिमान यात्रा करने जा रहे हैं। वह उन पांच राज्यों का दौरा करेंगे जहां अभी विधानसभा चुनाव होने हैं। उन्होंने कहा कि वह उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर और गोवा में सभाएं कर लोगों को विदेश में जमा काले धन के बारे में जागरूक करेंगे। उन्होंने कहा कि अगर सभा करने की इजाजत नहीं मिली तो चुनाव लड़ रही सभी प्रमुख पार्टियों के बड़े नेताओं से मिल कर पूछेंगे कि वो विदेश में जमा भारतीयों का काला धन वापस लाने के लिए क्या करने वाले हैं। बाबा रामदेव ने काला धन को राष्ट्रीय संपत्ति घोषित करने की मांग दोहराते हुए कहा कि चुनाव के वक्त राजनीतिक दलों को जनता के सवालों का जवाब देना ही होता है। लिहाजा वह काले धन के मसले पर सभी उम्मीदवारों की राय जानेंगे। उन्होंने कहा कि हर विधानसभा क्षेत्र में कार्यक्रम के लिए उन्होंने प्रशासन से अनुमति मांगी है।
दिल्ली में काले धन पर पीसी कर रहे योग गुरु बाबा रामदेव के मुंह पर एक शख्स ने काली स्याही फेंक दी। बाबा कांफ्रेंस खत्म होने के बाद जैसे ही वह मंच छोड़ने के लिए तैयार हुए कि एक युवक ने उनके ऊपर काली स्याही फेंक दी।
इसके बाद बाबा के समर्थकों ने उसे दबोच लिया और उसकी जम कर पिटाई कर दी। पीसी स्थल से एसिड की बोतल भी मिली है। इससे अंदाजा लगाया सकता है कि बाबा पर एसिड हमले की तैयारी थी।
रामदेव के प्रवक्ता एसके तिजारावाला ने कहा कि स्याही फेंकने वाले शख्स के हाथ में वायरलेस सेट था। उसके पास एसिड की बोतल भी मिली है। वह स्याही के बाद बाबा पर एसिड फेंक सकता था। समय रहते उसे दबोच लिया गया।
इस घटना के बाद रामदेव ने कहा कि इस तरह की कार्रवाई से वह डरने वाले नहीं हैं। काली स्याही फेंकने से उनके चरित्र पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि, काले धन के मुद्दे को पूरी प्रामाणिकता के साथ उठाऊंगा।
बाबा रामदेव पर किए इस कृत्य की राजनीतिक दलों ने कड़ी आलोचना की है। कांग्रेस के राशिद अल्वी ने कहा कि, लोकतंत्र में हर व्यक्ति को बोलने का अधिकार है। उसे इस तरह से रोकना लोकतंत्र का हनन है। लालू यादव ने कहा कि, ऐसा करने वाले व्यक्ति का स्क्रू ढ़ीला है। उसे टाइट करना चाहिए।
ये है स्याही फेंकने वाला
दिल्ली में प्रैस कांफ्रैंस के दौरान बाबा रामदेव पर काली स्यासी फेंकने वाले व्यक्ति का नाम कामरान सिद्दिकी है। वो जामिया नगर में रहता है और यहां रियल कॉज के नाम से एक एनजीओ चलाता है।
कामरान जामिया नगर इलाके से विधानसभा और नगर निगम का चुनाव भी निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर लड़ चुका है। कामरान सिद्दीकी ने ही बटला हाउस एनकाउंटर का मामला राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के समक्ष उठाया था।
इन सब बातों से क्या हो जाने वाला है.
जवाब देंहटाएंस्याही शायद प्रसिद्धि पाने के लिए ही फेंकी गई.