उन्होंने बताया कि स्लीप लैब में टेस्ट के जरिए इस रोग के बारे में पता लगाकर इलाज संभव है। शूगर, ब्लड प्रेशर और मोटापे से पीड़ित व्यक्ति को जरूर टेस्ट करवाने चाहिए।
इस मौके पर डा. अप्पाराव मुकामला, डा. सुरेश अत्रे, दलविंदर कौर ढेसी, जसपाल ढेसी रेजिडेंट डायरेक्टर राजशेखर, प्रिंसीपल डा. कुलबीर कौर, मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डा. एसके बांसल आदि मौजूद थे। पिम्स में टीबी तथा छाती रोग विभाग में लगाए गए मेडिकल जांच कैंप में 102 मरीजों को दवा दी गई।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)