


इस बीच गोलियों की आवाज सुनकर पहुंचे एक पड़ोसी ने उससे बंदूक छीन ली। खून से लथपथ वृद्धा को यही पड़ोसी अपनी कार से एक प्राइवेट अस्पताल में ले गया। यहां पर भर्ती करने से इंकार करने पर उसे सिविल अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल में आधे घंटे बाद उसकी मौत हो गई।
पुलिस ने देर शाम शेर सिंह को पकड़ लिया। आरोपी शेर सिंह नाम का यह वृद्ध लैंड मोरगेज बैंक में एलबीओ के पद से साल 2000 में रिटायर हुआ था। पुलिस के मुताबिक वृद्ध और उसके तीन बेटों के बीच संपत्ति नाम करवाने को लेकर विवाद चल रहा था। इसी बात पर अक्सर घर पर झगड़ा होता था। ऐसी ही एक झड़प के बाद सोमवार शाम पत्नी नारायणी ने शेर सिंह को थप्पड़ मार दिया था। वारदात के बाद शेर सिंह से बंदूक छीनने वाले पड़ोसी दलबीर सिंह ने बताया कि शेर सिंह बार-बार कह था कि ‘इसने मुझे थप्पड़ मारा था, मैंने गोली मार दी’।
पुलिस के अनुसार शेर सिंह के तीन बेटे और दो बेटियां हैं। बड़ा बेटा देवेन्द्र मां -बाप से अलग रहता है। मंझला बेटा बिजेंद्र गांव बगला में रहता है। एक लड़की की शादी की हुई है। छोटा बेटा रमेश और बेटी उर्मिल अर्बन एस्टेट में पिता के साथ रहते हैं। रमेश की शैटरिंग की दुकान है
पुलिस प्रवक्ता का कहना है कि गांव बगला में शेरसिंह के नाम करीब 30 एकड़ जमीन है। जमीन बेटों के नाम कराने की बात को लेकर अक्सर झगड़ा होता था। शेर सिंह शराब पीने का आदी है। आरोप है कि मंगलवार सुबह जब उनकी पत्नी नारायणी देवी आंगन में बर्तन साफ कर रही थी तभी उसने दो गोली चला दी।
‘कर दिया न उसने जो करना था’
पड़ोसी दलबीर सिंह पंवार ने बताया कि सुबह करीब साढ़े नौ बजे नारायणी देवी सड़क के बीच में गिरी थी। बेटी उर्मिल उन्हें संभाले हुए थी। दौड़ते हुए उनके पास पहुंचा। नारायणी देवी खून से लथपथ थी और शेर सिंह बंदूक खाली करने में लगा था। यह देख उसकी बंदूक छीन ली और नारायणी देवी को मारुति कार में शहर के एक निजी अस्पताल में ले आया। कार में लेटी नारायणी देवी बार बार बोल रही थी कि कर दिया न उसने जो करना था।
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