प्रिंस ऑफ वेल्स से एक महल की नींव रखवाई। महाराज रामसिंह व प्रधानमंत्री ठा. फतेह सिंह के शासनकाल में कर्नल एसएस जैकब की निगरानी में सुपरवाइजर लालाराम बख्श, शंकरलाल, छोटीलाल और चंदरतारा मिस्त्रियों की सहायता से बिल्डिंग का निर्माण शुरू हुआ था।
सवाई माधवसिंह और काउंसिल के प्रधान मेम्बर रामबहादुर कांति चंद्र मुखर्जी ने निर्माण कार्य पूरा किया। इसकी संपूर्ण लागत 5,10,036 रु. आई थी। 21 फरवरी 1887 को सर एडवर्ड ब्रैडफोर्ड ने जनता को समर्पित किया, जो उस समय राजपूताना के गवर्नर जनरल थे। उन्हीं के नाम पर बिल्डिंग का नाम अल्बर्ट हॉल रखा गया।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)