तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
27 दिसंबर 2011
संसद में लोकपाल और जनता की भावनाओं के साथ बलात्कार होता रहा अब सजा दिलवाने की तय्यारी
संसद में लोकपाल और जनता की भावनाओं के साथ बलात्कार होता रहा ........जनता चीखती चिल्लाती रही खुद को बलात्कार से बचाने के सभी प्रयास किये लेकिन बंद कमरे में बेशर्मी से लोकपाल के नाम पर जनभावनाओं के साथ बलात्कार किया गया उससे ज्यादा बेशर्मी का हाल जब रहा तब लालू यादव ..समाजवादी पार्टी और बहुजन समाजवादी पार्टी इस मामले में इधर या उधर का फेसला लिए बगेर बीच का रास्ता निकाल कर वाक् आउट कर गये यह कार्यवाही बलात्कारियों की खुली मदद है और इसके लियें जनता शासन को कभी माफ़ नहीं करेगी ...खेर आज इसी मामले को लेकर जनता की भावनाओं को लीर लीर करने के लियें राज्यसभा में कमर कसी गयी है ..खरीद फरोख्त का दोर कल रात से चल रहा है ..वाक् आउट का नाटक फिर चलेगा लेकिन अन्ना का बेचारे का क्या जो खुद के साथ बलात्कार होने के मामले में छटपटाते रहे चीखते रहे चिल्लाते रहे लेकिन आखिर कोई भी द्रोपदी की लाज बचाने कृष्ण बनकर नहीं आया और लोकतंत्र की महाभारत में लोकतंत्र के दुर्योधनों ने आखिर जनता की भावना के साथ बलात्कार कर ही डाला .अन्ना ने इस मामले में प्र्त्यांचना चड़ा ली है चाणक्य की तरह छोटी खोल ली है तो द्रोपदी की तरह बाल खोल लिए हैं और अब इस बलात्कार के बाद वोह इस कोशिश में जुटे हैं के बलात्कार तो हो गया लेकिन बलात्कार कर लोकतंत्र की इज्ज़त तार तार करने वाले साम्हुहिक बलात्कारियों और तमाशबीन बने वाक् आउट करने वाले अपराधियों को चुनाव में जिलाबदर की सजा मिले और इस कोशिश की उन्होंने शुरुआत कर दी है देखते हैं इस मामले में आगे क्या होता है यह तो वक्त ही बताएगा .... अख्तर खान अकेला कोटा राजस्थान
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)