नई दिल्ली. लोकपाल बिल को लेकर अब सरकार के लिए करो या मरो की स्थिति बनती दिख रही है। भ्रष्टाचार पर असरदार ढंग से अंकुश लगाने के लिए प्रस्तावित इस कानून के ड्राफ्ट की बारीकियों पर यूपीए सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों के बीच एक बैठक केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदंबरम के नॉर्थ ब्लॉक स्थित दफ्तर में हुई। बैठक में संसदीय कार्य मंत्री पवन बंसल, कपिल सिब्बल, सलमान खुर्शीद और नारायण सामी शामिल हुए।
सलमान खुर्शीद ने इस बैठक के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि लोकपाल का ड्राफ्ट अभी केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को दिखाया जाएगा। ऐसे में शायद ही आज रात कैबिनेट की बैठक होगी। सरकार मंगलवार को संसद में लोकपाल बिल पेश कर सकती है।
सूत्रों के मुताबिक सरकार अपने ड्राफ्ट में ऐसा प्रावधान रखने पर विचार कर रही है जिसमें लोकपाल के पास अपनी एक जांच ईकाई होगी जो सरकारी अधिकारियों, कर्मचारियों के खिलाफ शिकायतों की जांच करेगी। इस ईकाई में एक पुलिस अधिकारी होगा जो जनता द्वारा की गई शिकायतों के आधार पर जांच करेगा। हालांकि, विस्तृत जांच वाले मामलों को लोकपाल सीबीआई को भेजेगा। इसका मतलब यह है कि सीबीआई लोकपाल के दायरे में नहीं होगा।
लेकिन अन्ना हजारे ने सरकार के ऐसे इरादे का विरोध किया है, जिसमें सीबीआई लोकपाल के दायरे में नहीं होगी। यही वजह है कि अन्ना ने प्रस्तावित लोकपाल ड्राफ्ट को कमजोर बताया है। अन्ना ने मीडिया में आ रही खबरों के आधार पर यह बात कही है। अन्ना ने कहा है कि अगर सरकार लोकपाल के दायरे में निचली नौकरशाही (ग्रुप सी कर्मी) और सीबीआई को नहीं लाती है तो 27 दिसंबर से उनका अनशन और एक जनवरी से देश भर में जेल भरो आंदोलन शुरू होगा। वहीं, किरण बेदी ने ट्विटर पर टिप्पणी की, 'लोग सीबीआई को असरदार बनाने की मांग रहे हैं, उसे बंटता हुआ नहीं देखना चाहते हैं।'
वहीं, ऐसी भी खबरें हैं कि अन्ना हजारे का 27 दिसंबर से प्रस्तावित अनशन टल सकता है। यह संकेत टीम अन्ना के सदस्य कुमार विश्वास ने दिया है। कुमार ने एक निजी चैनल से बातचीत में कहा है कि चूंकि, सरकार की तरफ से संसद का सत्र बढ़ाए जाने के संकेत मिल रहे हैं, ऐसे में हो सकता है कि अन्ना अपना अनशन टाल दें। सरकार से जुड़े सूत्रों का कहना है कि 22 दिसंबर को खत्म हो रहा संसद का सत्र 29 दिसंबर तक बढ़ाया जा सकता है।
अन्ना को सोमवार को चेन्नई से दिल्ली आना था, लेकिन वह रालेगण सिद्धि पहुंच गए। अन्ना के सहयोगी सुरेश पठारे के मुताबिक अन्ना अपने गांव में अभी 3-4 दिन आराम करेंगे। अन्ना के कार्यक्रम में बदलाव की वजह का पता नहीं चल सका है।
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
19 दिसंबर 2011
लोकपाल: आज नहीं होगी कैबिनेट की बैठक
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)