सुबह करीब 11:15 बजे नाहरगढ़ पहाड़ी से नीचे आते वक्त छठे मोड़ पर स्कार्पियो खतरनाक घुमाव पर रफ्तार में होने से बेकाबू हो गई और पेड़ों व झाड़ियों के ऊपर हवा में उछाल लेकर पत्थरों से टकराई।
घबराहट में स्कार्पियो चला रहे भंवरलाल ने ब्रेक लगाए, तो संभवतया एक्सीलेटर दब गया। इससे कार रुकने की बजाय फिर से तीन बार हवा में उछलती हुई गहरी खाई में दो पेड़ों से टकराकर रुक गई। कुछ देर बाद बदहवास हालत में भंवरलाल व उनका बेटा स्कार्पियो से बाहर निकलकर आए। उन्हें यकीन नहीं हो रहा था कि वे बच गए। उन्होंने पुलिस व रिश्तेदार को सूचना दी।
दो घंटे बाद निकाला जा सका
घटना का पता चलने पर दुर्घटना पुलिस मौके पर पहुंची और दो क्रेनों को बुलाया गया। करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद क्रेन से स्कार्पियो को निकाला जा सका। इस दौरान वहां पर्यटकों के वाहनों की लंबी कतारें लग गईं।
घाटी में तमाशबीन, लग गया जाम
इससे पहले स्कार्पियो को गहरी खाई में गिरा देखकर वहां से गुजर रहे पर्यटकों ने अपने वाहन को रास्ते में रोक दिया और खुद भी स्कार्पियो देखने नीचे घाटी में उतर गए। इस दौरान वहां एक पुलिसकर्मी भी मौजूद नहीं था, जो पर्यटकों को रोकता या फिर जाम की स्थिति को संभाल सके।
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