बीते छ: महीने से ग्राम पीपरछेड़ी के स्कूल में छात्राओं के बेहोश होने की घटना सुर्खिया में है। छात्राओं के साथ-साथ शिक्षक भी बेहोश हो जाते हैं। गांव में कई बार बैठकें भी हो गईं, पूजा-अनुष्ठान भी कराया गया, लेकिन कोई राहत नहीं मिल रही है।
दीवाली की छुट्टी के बाद अधिकांश छात्र-छात्राओं ने अब जाकर स्कूल जाना शुरु किया था, लेकिन स्कूल में पुन: छात्राओं के बेहोश होने का सिलसिला शुरु हो गया। सोमवार को भीखमराम चेलक की पुत्री भोजकुमारी चेलक (13) स्कूल पहुंची थी, जो बेहोश होकर गिर गई। वह कक्षा छठवीं छात्रा है।
शिक्षकों के सहयोग से परिजनों ने तत्काल धमतरी लाकर जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसका उपचार डा. संजय वानखेड़े कर रहे हैं। अस्पताल में दिनभर बच्ची ठीक रही, शाम 5 बजते ही पुन: वह बेहोश हो गई। बताया गया है कि स्कूल में नीम का झाड़ है, जहां से गुजरने पर लड़कियां बेहोश होने लगती हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें
दोस्तों, कुछ गिले-शिकवे और कुछ सुझाव भी देते जाओ. जनाब! मेरा यह ब्लॉग आप सभी भाईयों का अपना ब्लॉग है. इसमें आपका स्वागत है. इसकी गलतियों (दोषों व कमियों) को सुधारने के लिए मेहरबानी करके मुझे सुझाव दें. मैं आपका आभारी रहूँगा. अख्तर खान "अकेला" कोटा(राजस्थान)