अहमदाबाद. भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी की जनचेतना यात्रा को लेकर एक और विवाद खड़ा हो गया है। ताजा मामला यात्रा की तैयारियों के दौरान देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल का अपमान करने से जुड़ा है। कांग्रेस ने इस मसले को सियासी रंग देते हुए इस घटना के लिए भाजपा से माफी मांगने को कहा है।
गुजरात में बीजेपी कार्यकर्ता ने आडवाणी की यात्राओं के पोस्टर-बैनर लगाने के लिए सरदार पटेल की मूर्ति का इस्तेमाल लिया। मीडिया में एक तस्वीर आई है जिसमें दिखाई दे रहा है कि आडवाणी की सभा के लिए मंच की तैयारी में जुटे एक शख्स का पैर वहां स्थित पटेल की मूर्ति के सिर पर रखा है। इस फोटो को वहां मौजूद एक शख्स ने अपने मोबाइल से खींचा है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता जयंतीलाल परमार ने कहा है कि सरदार पटेल के नाम की दुहाई देने वाली भाजपा के एक कार्यकर्ता ने यात्रा के परदे और तोरण बांधने के लिए सरदार पटेल की प्रतिमा के सिर पर पैर रखा। वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए पूछा है कि दक्षिण गुजरात और दमण में आडवाणी तथा मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति वाले कार्यक्रमों की व्यवस्था करने वाले शराब तस्करों का धन काला है या सफेद?
जनचेतना यात्रा के दौरान आडवाणी के मंच पर गुजरात के कुख्यात शराब तस्कर की मौजूदगी को लेकर विवाद खड़ा हुआ था। फिर उनके एक होटल में ठहरने को लेकर भी विवाद हुआ जब पता चला कि इस होटल का मालिक एक बड़ा शराब व्यवसायी है।
तुम अपने किरदार को इतना बुलंद करो कि दूसरे मज़हब के लोग देख कर कहें कि अगर उम्मत ऐसी होती है,तो नबी कैसे होंगे? गगन बेच देंगे,पवन बेच देंगे,चमन बेच देंगे,सुमन बेच देंगे.कलम के सच्चे सिपाही अगर सो गए तो वतन के मसीहा वतन बेच देंगे.
08 नवंबर 2011
आडवाणी की यात्रा के दौरान सरदार पटेल का ‘अपमान’!
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