मुख्यमंत्री शनिवार शाम को अल्प प्रवास पर ग्वालियर आए थे। विमानतल पर उनकी अगवानी के लिए स्थानीय विधायक और गृह राज्यमंत्री नारायण सिंह कुशवाह भी पहुंचे। वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों ने प्रशासन द्वारा सौंपी गई सूची में उनका नाम नहीं होने का हवाला देते हुए श्री कुशवाह को हवाई पट्टी तक जाने से रोक दिया। वहां मौजूद भाजपा नेताओं ने सुरक्षाकर्मियों को श्री कुशवाह का परिचय देते हुए उन्हें हवाई पट्टी तक जाने देने का आग्रह किया लेकिन रक्षाकर्मी नहीं माने। लिहाजा श्री कुशवाह एयरपोर्ट से नाराज होकर लौट गए।
इसके बाद श्री कुशवाह सीधे गुरुद्वारा चौराहे पर आयोजित कार्यक्रम में पहुंचकर भीड़ में बैठ गए। यहां भी कार्यक्रम की शुरुआत में उन्हें मंच पर आमंत्रित नहीं किया गया। कुछ देर बाद जब भीड़ में बैठे मंत्री पर अफसरों की नजर पड़ी तो वे उन्हें मनाने आए, लेकिन नाराज मंत्री मंच पर नहीं गए। इसके बाद लक्ष्मीबाई की समाधि स्थल के सामने संस्कार भारती के वीरांगना सम्मान समारोह में भी श्री कुशवाह मंच पर नहीं बैठे और जनता के बीच बैठे रहे।
मामले की जानकारी मिलने के बाद मुख्यमंत्री ने कलेक्टर आकाश त्रिपाठी से चर्चा कर सूची के मामले पर नाराजगी जाहिर की। याद रहे कि पूर्व में विमानतल पर प्रवेश न देने के मामले को लेकर पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष प्रभात झा ने भी नाराजगी जाहिर करते हुए धरना दिया था। महापौर समीक्षा गुप्ता सहित अन्य वरिष्ठ जनप्रतिनिधि भी यहां प्रशासनिक अनदेखी का शिकार हो चुके हैं।
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